मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर विपक्षी पार्टियां केंद्र से अब तेजी से कदम उठाने की मांग कर रही है। इसी के चलते तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने स्थिति का आकलन करने के लिए गृह मामलों की संसदीय स्थायी समिति की तत्काल बैठक बुलाने की मांग की। उन्होंने कहा कि जमीनी हकीकत को समझना और इसकी प्रत्यक्ष जानकारी हासिल करना जरूरी है।
संसदीय समिति की बैठक बुलाना जरूरीः टीएमसी
राज्यसभा में टीएमसी के संसदीय दल के नेता डेरेक ने संसदीय समिति के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजलाल को लिखे पत्र में कहा कि मणिपुर पर समिति की बैठक की आवश्यकता है जो हिंसा की आग में जल रहा है। डेरेक ने कहा-
मणिपुर में हिंसा की मौजूदा स्थिति का आकलन करने और इससे प्रभावित लोगों के साथ खड़े होने के लिए गृह मामलों की स्थायी समिति की बैठक की तत्काल आवश्यकता है।
जातीय हिंसा में 100 से अधिक लोगों की मौत
मणिपुर में एक महीने पहले भड़की मेतई और कुकी समुदाय के लोगों के बीच जातीय हिंसा में 100 से अधिक लोगों की जान चली गई है। राज्य में अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए राज्य ने 11 जिलों में कर्फ्यू लगा दिया है और इंटरनेट पर प्रतिबंध लगा दिया है।
कई चर्च में भी तोड़फोड़
पत्र में डेरेक ने कहा कि चर्च के अधिकारियों की जमीनी रिपोर्ट से संकेत मिला है कि कई चर्च में भी तोड़फोड़ की गई है। सांसद ने कहा कि राज्य में आवश्यक वस्तुओं की कीमतें बढ़ गई हैं और एटीएम के सामने लंबी कतारें हैं। उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि हम जमीनी हकीकत को समझें और हिंसा की सीमा का आकलन करें।
टीएमसी नेता ने कहा है कि गृह मामलों की स्थायी समिति को उन मुद्दों को तुरंत हल करने के लिए मिलना चाहिए जो मणिपुर का सामना कर रहे हैं।
केजरीवाल का भी आया बयान
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी मणिपुर की स्थिति पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि यह पूरे देश के लिए चिंता का विषय है। सीएम ने कहा कि शांति बहाल करने के लिए बहुत कुछ किए जाने की जरूरत है।