जम्मू 29 जून।सुरक्षा के कड़े बन्दोबस्त के बीच अमरनाथ यात्रा शनिवार से शुरू हो रही है।
इस वार्षिक यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था आज यहां आधार शिविर पहुंच गया है। 62 दिन की यह यात्रा 31 अगस्त तक सम्पन्न होगी। इस बार यात्रियों के लिए संपर्क स्थापित करने, लंगर और चिकित्सा सुविधा के अधिक व्यापक प्रबंध किए गए हैं।
श्री अमरनाथ श्राईन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. एम. के. भंडारी ने बताया कि यात्रा के मार्ग को सुगम बनाने के लिए यात्रा के दौरान चौकसी के लिए ड्रोन और सीसीटीवी से नजर रखी जाएगी। उन्होंने बताया कि यात्रा के लिए श्रृद्धालुओं के नामांकन की विशेष व्यस्था की गई है।उन्होने बताया कि 62 दिन की यात्रा अभी तक की सबसे लंबी यात्रा श्री अमरनाथ जी की होगी। इसमें 13 वर्ष से लेकर 70 वर्ष तक के श्रद्धालु शामिल हो सकते हैं। उनको यहां आने से पहले अपना रजिस्टेशन करवाना है। जिसके अलग-अलग माध्यम श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड द्वारा उपलब्ध कराए गए हैं।
उन्होने बताया कि अमरनाथ यात्रा के लिए यात्री दो अलग-अलग रूट से अपनी यात्रा आरंभ कर सकते हैं। चाहे वो बालटाल एक्सेस है जो कि गांदरबल डिस्ट्रिक में मौजूद है,दूसरा पहलगाम के जरिए अनंतनाग जिले से यह यात्रा आरंभ होती है। बालटाल के माध्यम से अगर यात्री ट्रेवल करते हैं तो उनको तकरीबन 14 किलोमीटर की पैदल यात्रा करना है, अगर वो पहलगाम के रास्ते नूनवाम बेस कैम्प में रुकने के बाद चंदनवाडी से अपनी यात्रा आरंभ करते हैं तो 32 किलोमीटर का पैदल मार्ग तय करना है।