भारतीय टीम के अनुभवी तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा ने एमएस धोनी की कप्तानी में काफी क्रिकेट खेली है। कैप्टन कूल के नाम से मशहूर एमएस धोनी के बारे में ईशांत शर्मा ने हैरान करने वाला खुलासा किया है। ईशांत ने कहा कि लोग मानते हैं कि पूर्व भारतीय कप्तान बेहद शांत है लेकिन ऐसा है नहीं।
भारतीय टीम के महान कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज एमएस धोनी अपने सक्रिय दिनों में शांत बर्ताव के लिए जाने जाते थे। बहुत ही कम मौकों पर धोनी को किसी पर गुस्सा निकालते हुए देखा गया। धोनी अपने शांत स्वभाव के कारण कैप्टन कूल बन गए।
एमएस धोनी ने करीब 15 साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला और अपने दम पर भारत को कई यादगार जीत दिलाई। वो दुनिया के एकमात्र कप्तान हैं, जिन्होंने आईसीसी की तीनों ट्रॉफी जीती हैं। भारतीय टीम के लिए खेलते हुए एमएस धोनी ने कई शीर्ष खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर किया। इनमें से एक हैं अनुभवी तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा।
ईशांत शर्मा ने धोनी के साथ कई साल क्रिकेट खेली और पूर्व कप्तान के नेतृत्व में 150 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। कपिल देव के 100 या ज्यादा टेस्ट खेलने वाले दूसरे भारतीय तेज गेंदबाज बने ईशांत शर्मा ने हाल ही में एमएस धोनी को लेकर एक हैरानीभरा खुलासा किया। शर्मा ने बताया कि 2011 वर्ल्ड कप विजेता कप्तान शांत नहीं हैं बल्कि मैदान में काफी गाली बकते हैं।
ईशांत शर्मा ने क्या खुलासा किया?
ईशांत शर्मा ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा, ”माही भाई की स्ट्रेंथ एक नहीं बहुत हैं। वो शांत तो नहीं हैं। वो मैदान में बहुत गाली बकते हैं। मुझे उन्होंने काफी खरी खरी सुनाई है। उनका कमरा कभी अकेला नहीं होता है। जब वो सोते हैं, बस तब ही वो अकेले होते हैं। इसके अलावा वो अकेले होते ही नहीं हैं। कोई न कोई बैठा रहता है। माही भाई के साथ में मजमा लगा रहता है।’
उन्होंने आगे कहा, ”चाहे वो आप आईपीएल देख लो, चाहे इंडिया टीम में देख लो। उनके कमरे में लोग बैठे ही रहेंगे। जैसे गांव की फीलिंग होती है ना, वैसे ही माही भाई के रूम की फीलिंग होती है। बस पेड़ की कमी होती है। टेस्ट मैच में गेंदबाजी करने के बाद माही भाई ने पूछा-थक गया? मैंने कहा कि हां बहुत ज्यादा। कहते बेटा बूढ़ा हो गया है, छोड़ दे।”
यूं माही के गुस्से का शिकार हुए ईशांत
तेज गेंदबाज ने कहा, ”माही भाई को गुस्सा, मैंने देखा ही नहीं कभी। हां मेरे ऊपर किया है। जब थ्रो मारी थी, एक नीचे गिर गई थी। पहली मारी तो आंख दिखाई। दूसरी मारी जोर की तो वो लगकर नीचे गिर गई। तीसरी मारी तो कहते-हाथ में मार ले। गाली बक के बोला हाथ में मार ले।”