नई दिल्ली 08 अगस्त।लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हो गई है।अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा कल भी जारी रहेगी।
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने विपक्ष की तरफ से प्रस्ताव पर चर्चा शुरू की। उन्होंने कहा कि आई.एन.डी.आई.ए. गठबंधन ने मणिपुर के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाया है क्योंकि राज्य न्याय की मांग कर रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में महिलाओं को अत्याचार का सामना करना पड़ता है। श्री गोगोई ने कहा कि उन्होंने कभी भी मणिपुर की तरह दो समुदायों के बीच विभाजन नहीं देखा।
भाजपा के निशिकांत दुबे ने नवगठित गठबंधन आई.एन.डी.आई.ए. की एकता पर सवाल उठाया। उन्होंने अतीत के कई उदाहरणों का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस शासन के दौरान समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल और तृणमूल कांग्रेस सहित विपक्षी दलों के नेताओं के खिलाफ मामले दर्ज किए गए और कार्रवाई भी हुई है।
तृणमूल कांग्रेस के सौगत रॉय ने भाजपा पर सवाल उठाते हुए कहा कि पार्टी ने पश्चिम बंगाल में एक प्रतिनिधिमंडल भेजा था, लेकिन मणिपुर में नहीं भेजा। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सुप्रिया सुले ने इस मुद्दे पर मणिपुर के मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की। समाजवादी पार्टी की डिंपल यादव ने मणिपुर में मानवाधिकार उल्लंघन पर चिंता जताई।
बीजू जनता दल के पिनाकी मिश्रा ने अविश्वास प्रस्ताव का विरोध करते हुए कहा कि इसे कांग्रेस पार्टी लेकर आई है और इसका खारिज होना निश्चित है। सदन में विपक्षी दलों के हंगामे पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि विघटनकारी राजनीति का लाभ न पहले मिला था और न भविष्य में मिलेगा।
शिवसेना उद्धव बाला साहब ठाकरे के अरविंद सावंत ने आरोप लगाया कि केंद्र 70 दिनों तक मणिपुर मुद्दे पर चुप रहा। श्री सावंत ने कहा कि यह सरकार का कर्तव्य है कि वह आवश्यक कदम उठाए लेकिन वह विफल रही है। पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि केंद्र के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ऐतिहासिक है क्योंकि यह आखिरी प्रस्ताव होगा जो नए संसद भवन में सत्र शुरू होने से पहले खारिज हो जाएगा। विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि गठबंधन को आई.एन.डी.आई.ए नाम देने से कुछ नहीं होगा, जबकि वे वास्तव में देश के खिलाफ काम कर रहे हैं।भाजपा सांसद सुनीता दुग्गल ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस जिन पार्टियों के खिलाफ बोलती थी, उन्होंने उसके साथ गठबंधन तो कर लिया है, लेकिन वे ज्यादा दिनों तक एकजुट नहीं रहेंगे।
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि संसद में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के चार साल बीत चुके हैं, लेकिन जम्मू-कश्मीर में अभी तक विधानसभा चुनाव नहीं हुए हैं। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कोविड महामारी के बाद से भारत-चीन झड़पों पर संसद में कोई चर्चा नहीं हो रही है।