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राज्यपाल एवं भूपेश ने गांधी एवं शास्त्री को उनकी जयंती पर किया नमन

रायपुर 02 अक्टूबर।छत्तीसगढ़ के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री को उनकी जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उन्हे नमन किया।
     श्री हरिचंदन ने राजभवन में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री जी की जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि दी।श्री हरिचंदन ने इस अवसर पर गांधी जी और शास्त्री जी के देश के प्रति अविस्मरणीय योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि गांधी जी अहिंसा के पुजारी थे। गांधी जी ने अहिंसात्मक तरीके से ब्रिटिश शासन से भारत को मुक्ति दिलाई।
     राज्यपाल ने कहा कि भारत के दूसरे प्रधान मंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी अपने देश के प्रति अटूट समर्पण के व्यक्ति थे। प्रधानमंत्री के रूप में उनका कार्यकाल अनेक चुनौतियों से भरा था, लेकिन इस कठिन समय के दौरान उनके नेतृत्व ने राष्ट्र पर एक अमिट छाप छोड़ी। शास्त्री जी की विशेषताओं में से एक उनकी सादगी थी। वह एक साधारण जीवन जीते थे और अपनी मितव्ययिता के लिए जाने जाते थे। उनका आदर्श वाक्य, ‘जय जवान, जय किसान‘ सशस्त्र बलों और कृषि समुदाय दोनों के कल्याण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का उदाहरण देता है।
    श्री बघेल ने अपने निवास कार्यालय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री और शायर हाजी हसन अली की जयंती पर उनके छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। श्री बघेल ने महात्मा गांधी के देश के लिए अमूल्य योगदान को याद करते हुए कहा कि गांधी जी ने भारत में स्वाधीनता आंदोलन को नई दिशा दी। उन्होंने सत्य, प्रेम और अहिंसा का मार्ग अपनाकर पूरे विश्व के सामने मिसाल कायम की। उन्होंने देश में जिस ग्राम स्वराज की कल्पना की थी, छत्तीसगढ़ सरकार उसे पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
      पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को स्मरण करते हुए उन्होने कहा कि शास्त्री जी ने सादगी से जीवन जिया और अपना पूरा जीवन गरीबों की सेवा में अर्पित कर दिया। वास्तव में वे सच्चे गांधीवादी थे। उन्होंने भारतीय स्वाधीनता संग्राम में उनका महत्वपूर्ण योगदान था। उन्होंने वर्ष 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के समय देश को कुशल नेतृत्व प्रदान किया और ‘जय जवान-जय किसान’ का नारा देकर जनता का मनोबल बढ़ाया, जिससे सारा देश एकजुट हो गया। श्री बघेल ने कहा कि शास्त्री जी जैसे कर्मयोगी सदा लोगों को प्रेरित करते रहेंगे।