अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और इटली सहित कई मुल्क हमास के हमले के बाद इजराइल के साथ आ गए है. इन देशों की ओर से साझा बयान जारी कर हमास के हमले की निंदा की गई है.
डिजिटल डेस्क- इजराइल पर हमास के हमले लगातार बरकरार हैं. हमास के हमले में इजराइल के लोगों को काफी ज्यादा नुकसान हो रहा है. इजराइल पर हो रहे हमले के बाद इजराइल और फिलिस्तीन के बीच संघर्ष ज्यादा बढ़ गया है. दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति काफी ज्यादा बढ़ गई है. वहीं हमास के इस आक्रामक रवैये की दुनियाभर के ताकतवर देशों ने निंदा की है. अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और इटली सहित कई मुल्क हमास के हमले के बाद इजराइल के साथ आ गए है. इन देशों की ओर से साझा बयान जारी कर हमास के हमले की निंदा की गई है.
इन देशों ने अपने बयान में कहा कि हमास की तरफ से इजराइल पर अचानक से हमला किया गया है. इसी के बाद से रक्षा के प्रयास में इजराइल को पूरा समर्थन दिया जाएगा.हमास संगठन के हमले के बाद से इजराइल पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने भी करारा पलटवार किया है. तीन दिनों के इस युद्ध में गाजा और वेस्ट बैंक में 700 से ज्यादा लोग मारे गए. वहीं इजराइल में 1100 लोगों की मौत हुई है. इजराइल पीएम नेतन्याहू ने कहा कि इस युद्ध की शुरुआत हमास ने की थी. लेकिन खात्मा वह करेंगे.
वहीं बता दें कि यूके के पीएम ऋषि सुनक और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने हमास के हमले की निंदा करते हुए कहा कि हमने इजराइल के साथ खुलकर खड़े होने का फैसला किया है. हम साफ कर देना चाहते हैं कि इस हमले का कोई स्पष्टीकरण नहीं है. इसकी वैश्विक स्तर पर निंदा होनी चाहिए. हमने देखा है कि हमास के आतंकियों ने किस तरफ से कत्लेआम किया है. और पूरे पूरे परिवार को मौत के घाट उतार दिया है. इजराइल का सबसे बड़ा में म्यूजिक फेस्टिवल जिसमें विदेशी नागरिक भी शामिल हुए थे. उनपर भी हमास ने हमला किया. यहां पर 200 से ज्यादा युवाओं की मौत हुई है. बुजुर्गों,महिलाओं और बच्चों तक को किडनैप किया गया है. बहुत सारे लोग अभी भी बंधक हैं. यूके के पीएम ऋषि सुनक ने कहा कि हमलावर उग्रवादी नहीं बल्कि आंतकवादी हैं.
सभी देशों का महत्वपूर्ण साझा बयान यहीं है कि हम सब इजराइल को आत्मरक्षा के लिए सहयोग करेंगे.