सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए इस्राइल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने सटीक जानकारी देने के लिए पैसे की पेशकश की, जिससे की बंधक बनाए गए नागरिकों को बचाया जा सके।
इस्राइली सेना ने गाजा पट्टी के लोगों से उन स्थानों के बारे में जानकारी देने का अनुरोध किया है, जहां इस्राइली नागरिकों को बंधक बनाकर रखा गया है। उन्होंने जानकारी देने वालों को पैसे की पेशकश भी की है। हमास के आतंकियों ने करीब 200 से ज्यादा लोगों को बंधक बनाकर रखा है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए इस्राइल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने सटीक जानकारी देने के लिए पैसे की पेशकश की, जिससे की बंधक बनाए गए नागरिकों को बचाया जा सके। हालांकि, आईडीएफ ने जानकारी देने वालों की सुरक्षा और गोपनीयता का भी वादा किया है।
आईडीएफ ने कहा, ‘अगर आप शांति से रहना और अपने बच्चों का बेहतर भविष्य चाहते हैं तो तुरंत मानवीय कार्य करें और हमें बंधकों को छिपाने वाले स्थानों के बारे में जानकारी दें। इस्राइली सेना आपको आश्वासन देती है कि हम आपको और आपके घर को सुरक्षा प्रदान करने की अधिकतम कोशिश करेंगे। इसके लिए आपको इनाम के तौर पर पैसे दिए जाएंगे। हम आपको गारंटी देते हैं कि यह सब गोपनीय तरीके से होगा।’ उन्होंने जानकारी देने वालों के लिए आईडीएफ ने 8619 व्हाट्सएप, टेलीग्राम, सिग्नल: +972503957992 नंबर जारी किया है।
सात अक्तूबर को इस्राइल पर हमले के बाद हमास के आतंकियों ने 200 से ज्यादा इस्राइली नागरिकों को बंधक बना लिया था। इस हमले में करीबन 1400 इस्राइली नागरिक और गाजीा पट्टी में 5800 लोगों की अबतक मौत हो चुकी है। सोमवार को हमास ने 79 वर्षीय नुरिट कुपर और 85 वर्षीय योशेवेद लिफ्शित्ज और उनके पतियों को रिहा किया था। इससे पहले शुक्रवार को भी हमास के आतंकियों ने दो अमेरिकी नागरिकों को भी रिहा कर चुका है।