पिता एवं गिगल के बिजनेस हेड गुरदीप सिंह ने बताया कि उनकी बेटी को ग्लूटिन एलर्जी होने की वजह से वह गेहूं, मैदे व उसके उत्पाद का सेवन नहीं कर पाती थी।
बेटी को गेहूं और उससे बने खाद्य पदार्थों से एलर्जी थी। परेशान मां गुरप्रीत कौर ने बेटी के लिए खुद ग्लूटिन फ्री बेकरी उत्पाद बनाने की कवायद शुरू की तो देखते ही देखते उनके उत्पादन देहरादून की पहचान बन गए। आज उत्तराखंड के अलावा कई अन्य राज्यों में उनके बेकरी उत्पाद धड़ल्ले से बिक रहे हैं।
पिता एवं गिगल के बिजनेस हेड गुरदीप सिंह ने बताया कि उनकी बेटी को ग्लूटिन एलर्जी होने की वजह से वह गेहूं, मैदे व उसके उत्पाद का सेवन नहीं कर पाती थी। बाजार में ग्लूटिन फ्री उत्पादों की भारी किल्लत थी। लिहाजा, उनकी पत्नी गुरप्रीत कौर ने तय किया कि वे खुद ग्लूटिन फ्री बेकरी उत्पाद बनाएंगे।
भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर की मदद से उन्होंने ग्लूटिन फ्री कई रेसिपी विकसित कर ली। ये उत्पाद आमतौर पर आसानी से नहीं मिल पाते। अब उनके बेकरी प्रोडक्ट एक जिला, एक उत्पाद योजना में देहरादून को रिप्रजेंट कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने मल्टी ग्रेन, मिलेट्स की मदद से उत्पाद तैयार किए हैं।
वह देहरादून की बेकरी को न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय फलक पर अलग पहचान देना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में उत्तराखंड के अलावा पंजाब, हरियाणा, दिल्ली से भी भारी मांग आ रही है।