Thursday , May 9 2024
Home / मनोरंजन / मोबाइल को बंदूक समझने पर कॉमेडियन संदीप शर्मा ने की नोएडा पुलिस की आलोचना…

मोबाइल को बंदूक समझने पर कॉमेडियन संदीप शर्मा ने की नोएडा पुलिस की आलोचना…

स्टैंड-अप कॉमेडियन संदीप शर्मा ने हाल ही में, दावा किया कि रात में बंदूक चला रहे एक व्यक्ति ने उनकी कार को बीच रास्ते में रोका था। इस बात की जानकारी जब उन्होंने नोएडा पुलिस के साथ साझा की, तो उन्होंने एक बयान पोस्ट करके जवाब दिया जिसमें बताया गया कि संदीप ने मोबाइल फोन को बंदूक समझ लिया था। अब कॉमेडियन ने इसे लेकर पुलिस पर पलटवार किया है। जानते हैं कि उन्होंने क्या कहा है।

कॉमेडियन संदीप ने नोएडा पुलिस को ट्रोल करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया। यह सब तब शुरू हुआ जब संदीप ने इस घटना के बारे में एक्स यानी ट्विटर पर दावा किया कि एक बंदूक लिए व्यक्ति ने आधी रात में शहर की सड़क पर उनकी कार रोकी थी। कॉमेडियन ने पुलिस पर पलटवार किया और कहा कि मामले को दबा दिया जा रहा है और उन्होंने ऐसे किसी भी बयान से इनकार किया, साथ ही कहा कि सार्वजनिक सुरक्षा को गंभीरता से लिया जाना चाहिए।

कॉमेडियन संदीप ने नोएडा पुलिस को ट्रोल करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया। यह सब तब शुरू हुआ जब संदीप ने इस घटना के बारे में एक्स यानी ट्विटर पर दावा किया कि एक बंदूक लिए व्यक्ति ने आधी रात में शहर की सड़क पर उनकी कार रोकी थी। कॉमेडियन ने पुलिस पर पलटवार किया और कहा कि मामले को दबा दिया जा रहा है और उन्होंने ऐसे किसी भी बयान से इनकार किया, साथ ही कहा कि सार्वजनिक सुरक्षा को गंभीरता से लिया जाना चाहिए।

पुलिस ने अपने बयान में कहा, ‘जैसे ही संदीप हाजीपुर अंडरपास पार कर चौराहे से यू-टर्न ले रहे थे, उसी समय उन्होंने एक व्यक्ति को देखा, जो सूट-बूट पहने हुए एक व्यापारी जैसा लग रहा था। यह आदमी अपने हाथ में मोबाइल पकड़े हुए था और अचानक सड़क पर संदीप की कार के सामने आ गया। इससे गाड़ी चला रहा उनका दोस्त डर गया और उसने गाड़ी रोक दी। जब उस व्यक्ति ने उनसे नजरें मिलाईं, तो वह मुस्कुराया और एक तरफ हट गया और आगे बढ़ने का इशारा किया।’

संदीप ने नोएडा पुलिस पर पलटवार करते हुए कहा, ‘मैं इस प्रतिक्रिया से असहमत हूं। कृपया इस मामले को गंभीरता से लें। मैंने कभी नहीं कहा कि यह एक मोबाइल फोन हो सकता है। मैं इससे असहमत हूं। पुलिस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है, उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या मैंने देखा कि यह किस तरह की बंदूक थी। सार्वजनिक सुरक्षा को गंभीरता से लेने की जरूरत है।’