रायपुर 21 दिसम्बर।छत्तीसगढ़ विधानसभा में नारायणपुर जिले में किसान की आत्महत्या के मामले पर स्थगन सूचना पर चर्चा मंजूर नही होने पर कांग्रेस सदस्यों ने आज सदन से वाकआउट किया।
सदन में दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के बाद कार्यवाही जब फिर शुरू हुई तो कांग्रेस सदस्य लखेश्वर बघेल ने किसान आत्महत्या के मामले का उल्लेख किया और इस बारे में दी गई स्थगन सूचना पर चर्चा करवाने की मांग की।भाजपा सदस्य अजय चन्द्राकर ने इस पर आपत्ति की और कहा कि यह छोटा सत्र केवल सदस्यों के शपथ और परम्परानुसार राज्यपाल अभिभाषण के लिए आहूत हैं इसमें और कोई भी विषय नही उठाया जा सकता।भाजपा सदस्य बृजमोहन अग्रवाल ने भी कहा कि नियम प्रक्रिया के इसमें किसी प्रकार के अन्य मामलों का उल्लेख नही होना चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि सरकार के गठन और घटना के बाद का यह पहला सत्र है।विशेष परिस्थिति में घटना पर चर्चा करवाई जानी चाहिए।नेता प्रतिपक्ष डा.चरणदास महंत ने कहा कि जिसकी सेवा का संकल्प लेकर हम सभी आए है,उसके बारे में चर्चा करने में क्या परेशानी है।भाजपा सदस्य एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरम कौशिक ने कहा कि पहला अवसर अगला सत्र होगा और उसमें इस मामले को उठाया जा सकता है।इसके साथ ही अनुपूरक और राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा में इसे उठाया जा सकता है।
भाजपा सदस्य चन्द्राकर ने कहा कि यह विषय आधारित सत्र है,जबकि कांग्रेस के राम कुमार यादव ने कहा कि किसान की आत्महत्या का मामला है चर्चा करवाई जानी चाहिए।कांग्रेस के कवासी लखमा एवं अनिला भेडिया ने भी नियम शिथिल कर चर्चा करवाने की मांग की।
विधानसभा अध्यक्ष डा.रमन सिंह ने बाद में व्यवस्था देते हुए कहा कि प्रथम सत्र में केवल सदस्यों की शपथ आदि होती है,इसमें शून्यकाल की सूचनाएं और ध्यानाकर्षण की सूचनाएं आदि नही ली जाती है।परम्परानुसार अल्प सूचना पर बुलाए गए सत्र में विषय पर ही चर्चा होती है।इसके बाद नेता प्रतिपक्ष डा.महंत ने इस विषय पर सरकार के रवैये को विरोध में वाकआउट की घोषणा की और कांग्रेस सदस्यों ने सदन से वाकआउट किया।