मनोज तिवारी फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 10 हजार रन पूरे करने के बाद काफी खुश हैं। 38 साल के खिलाड़ी ने गुवाहाटी में असम के खिलाफ रणजी ट्रॉफी में बंगाल के लिए खेलते हुए ये उपलब्धि हासिल की।
संन्यास के फैसले से लिया था यू-टर्न
दाएं हाथ के बल्लेबाज ने पिछले साल संन्यास लेने का फैसले लिया था, जिसके बाज उन्होंने इससे यू टर्न ले लिया था। 2004 में मनोज ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अपने डेब्यू किया था। इस बीच तिवारी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया। वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
बंगाल के खिलाड़ियों संग मनाया जश्न
तिवारी बंगाल के खिलाड़ियों संग जश्न मनाते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो को कैप्शन देते हुए तिवारी ने लिखा कि “धन्यवाद टीम बंगाल। एक ऐसा जश्न, जिसने आज मुझे भावुक कर दिया। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 10,000 रन पूरे करने का जश्न ऐसे अद्भुत साथियों की वजह से और भी खास रहेगा। हम परिवार हैं, बंगाल परिवार।”
बंगाल की शुरुआत रही खराब
रणजी ट्रॉफी के सीजन में तिवारी की शुरुआत अच्छी नहीं रही। आंध्र, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ के खिलाफ 3 मैचों में तिवारी केवल 54 रन ही बना सके। असम के खिलाफ मुकाबले में बंगाल की टीम के 19.1 ओवर में 4 विकेट गंवाने के बाद कप्तान तिवारी बल्लेबाजी करने आए। सौरव पॉल, श्रेयांश घोष, मोहम्मद कैफ और सुदीप कुमार घरामी 57 रन की अंदर 4 विकेट गंवाकर पवेलियन लौट गए।
तिवारी ने संभाली पारी
इस बीच तिवारी बंगाल के लिए संकटमोचक बन कर आए। तिवारी के साथ अनुस्तूप मजूमदार ने 185 रन की साझेदारी की। मजूमदार ने 197 गेंदों पर 16 चौकों की मदद से 120 रन बनाए। खबर लिखे जाने तक बंगाल का स्कोर 327 पर 7 विकेट है।