रायपुर, 01 फरवरी।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि सुरक्षा बल के जवानों ने माओवादी आतंकियों के खात्मे की कार्यवाही की शुरूआत की है,और राज्य से हम न सिर्फ इन्हें खदेड़ेंगे बल्कि इनका नामो निशान मिटा देंगे।
श्री साय ने सुकमा जिले के जगरगुण्डा थाना क्षेत्र के टेकलगुड़ेम में 30 जनवरी को नक्सल मुठभेड़ में शहीद हुए जवानों को जगदलपुर में श्रद्धांजलि देकर लौटने के बाद पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों की कल देर शाम हुई उच्च स्तरीय बैठक में राज्य में नक्सल उन्मूलन अभियान की गहन समीक्षा की।उन्होने कहा कि जब से हमारी सरकार आई है, नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई मजबूत हुई है। नक्सलियों के विरूद्ध हमारे पुलिस जवान मजबूती से लड़ाई लड़ रहे हैं।नक्सलियों के खिलाफ अभियान तेज हो रहे हैं, लगातार कैम्प स्थापित हो रहे हैं। टेकलगुड़ेम मुठभेड़ में सुरक्षाबलों के तीन जवान शहीद हो गए जबकि 15 घायल हो गए थे।
उन्होने कहा कि पिछली सरकार ने नक्सलवाद के खिलाफ गम्भीरता से लड़ाई नहीं लड़ी लेकिन हमारे सुरक्षा बल के जवानों ने माओवादी-आतंकियों के खात्मे की कार्यवाही की शुरूआत की है । छत्तीसगढ़ से हम न सिर्फ इन्हें खदेड़ेंगे बल्कि इनका नामो निशान मिटा देंगे। यह हमारी सरकार की प्राथमिकता है। बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सुरक्षा कैम्प के आसपास लोगों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
श्री साय ने कहा कि राज्य में माओवाद-आतंक के खात्मे के लिए बीते एक डेढ़ माह से संचालित अभियान के चलते नक्सली बौखला गए हैं और इसी के चलते सुरक्षा बलों के जवानों पर घात लगाकर कायराना हमला कर रहे हैं। नक्सलियों की यह हरकत बेहद घृणित है।उन्होने कहा कि हमे नक्सलियों को हर हाल में मुंहतोड़ जबाव देना है।फोर्स के लगातार आगे बढ़ते जाने से पहुंचविहीन इलाकों में भी कैम्प लगाने से माओवादी आतंकी बौखला गए हैं। अपने अस्तित्व के बचाव में नक्सली कायराना हमला कर रहे हैं। इस बात को हमें भली-भांति समझना होगा।
उन्होने पुलिस के आलाअधिकारियों को अपने सूचना तंत्र को और अधिक प्रभावी बनाने तथा नक्सलियों के खिलाफ कार्यवाही में तेजी लाने के निर्देश दिए।उन्होने कहा कि हमें प्रभावित इलाकों में सर्चिंग के दौरान बेहद सर्तक रहने की जरूरत है ताकि हम नक्सलियों के मनसूबों को बेनकाब और उन्हें नेस्तनाबूद कर सकें।
बैठक में उप मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव गृह मनोज पिंगुआ, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, एडीजी नक्सल ऑपरेशन विवेकानंद सिन्हा, एडीजी अमित कुमार, सचिव डॉ.कमलप्रीत सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव पी.दयानंद एवं डॉ. बसवराजू एस. उपस्थित थे।