जल निगम सूत्रों के अनुसार, उस समय प्लांट में डीजल नहीं था। शाम 4:00 बजे तक इस प्लांट से सीवेज (गंदा पानी) चोर नाले के माध्यम से सीधे गंगा में जाता रहा। इस दौरान दो करोड़ लीटर से ज्यादा गंदा पानी गंगा में गया।
कानपुर में जाजमऊ सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) की शनिवार को बिजली गुल हो गई। इससे चार घंटे तक गंदा पानी गंगा में बहता रहा। जाजमऊ स्थित 130 एमएलडी (मिलियन लीटर डेली) क्षमता के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में दोपहर करीब 12 बजे बिजली आपूर्ति ठप हो गई।
प्लांट संचालक कंपनी कानपुर रिवर मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड (केआरएमपीएल) के लापरवाह अफसरों, कर्मियों ने तुरंत जनरेटर चालू नहीं कराया। जल निगम सूत्रों के अनुसार, उस समय प्लांट में डीजल नहीं था। शाम 4:00 बजे तक इस प्लांट से सीवेज (गंदा पानी) चोर नाले के माध्यम से सीधे गंगा में जाता रहा।
इस दौरान दो करोड़ लीटर से ज्यादा गंदा पानी गंगा में गया। बाद में विद्युत आपूर्ति बहाल होने पर प्लांट चला। इससे गंगा गंदी होती रहीं। इस संबंध में जल निगम (ग्रामीण) के प्रोजेक्ट मैनेजर ज्ञानेंद्र चौधरी से बात करने के लिए कई बार फोन मिलाया गया। मोबाइल पर घंटी जाती रही, पर मोबाइल नहीं उठा।
माघ मेले में दूसरी बार गंगा में गया करोड़ों लीटर गंदा पानी
केंद्रीय जल संसाधन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने पिछले महीने जाजमऊ एसटीपी के निरीक्षण के दौरान जल निगम के अधिकारियों को प्लांट ठीक से चलाने, माघ मेले के दौरान गंदा पानी गंगा में न जाने देने के निर्देश दिए थे। पर, जल निगम और केआरएमपीएल की लापरवाही से एक महीने में दूसरी बार जाजमऊ एसटीपी से करोड़ों लीटर गंदा पानी गंगा में गया।