पीएम मोदी मुरादाबाद एयरपोर्ट का दस मार्च को लोकार्पण करेंगे। वर्चुअल होने वाले इस कार्यक्रम के लिए सभी प्रकार की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। पहले उड़ान सेवा लखनऊ के लिए शुरू होगी। इसके बाद कानपुर समेत अन्य जगहों के लिए सेवा का विस्तार किया जाएगा।
मुरादाबाद से हवाई सफर का 10 साल का इंतजार 10 मार्च को आखिरकार खत्म हो जाएगा। पीएम नरेंद्र मोदी आजमगढ़ एयरपोर्ट से मुरादाबाद समेत पांचों नए हवाई अड्डों का उद्घाटन करेंगे। मुरादाबाद से पहली फ्लाइट लखनऊ के लिए होगी। सोमवार को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से कार्यक्रम की आधिकारिक घोषणा हो सकती है।
प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से पहले आजमगढ़ में रविवार को यूपी के सीएम योगी से व्यवस्थाओं का जायजा लिया। मुरादाबाद में भी कार्यक्रम के लाइव प्रसारण को लेकर व्यवस्थाएं बना ली गई हैं। जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों के साथ एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की बैठक सोमवार या मंगलवार को हो सकती है।
इसमें 10 मार्च को होने वाले कार्यक्रम की रूपरेखा सभी से साझा की जाएगी। इसके बाद 10 मार्च को सुबह 10:25 बजे मुरादाबाद से लखनऊ के लिए 19 सीटर विमान उड़ान भरेगा। ज्ञात हो कि मूंढापांडे हवाई पट्टी को हवाई अड्डे के रूप में विकसित करने का एमओयू प्रदेश सरकार व एएआई के बीच 2014 में साइन हुआ था।
इसके बाद देरी, घोटाला, निलंबन, एनओसी समेत कई बाधाएं आईं और उड़ान की उम्मीदों को पंख लगने में एक दशक लग गया। तमाम बाधाओं को पार कर एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को 17 नवंबर 2023 को लाइसेंस मिला।
इस तरह रहा 10 वर्ष का सफर
28.93 करोड़ रुपये की लागत से करीब 52 हेक्टेयर भूमि पर हवाई अड्डा बनाने की मंजूरी फरवरी 2014 में मिली थी। इसके बाद 2015 में निर्माण शुरू हुआ। निर्माण होते-होते चार साल लग गए। कभी बजट देरी से मिलना तो कभी राजकीय निर्माण निगम की लापरवाही के चलते काम समय पर पूरा नहीं हो पाया।
जब काम पूरा हुआ तो निर्माण निगम के इंजीनियरों ने रनवे के आसपास भराव के लिए मिट्टी की कीमत में खेल कर दिया। लापरवाही सामने आई तो 2019 में तत्कालीन नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने तीन इंजीनियरों को निलंबित किया। इसके बाद कोरोना के कारण निर्माण रुक गया था। 2021 में फिर प्रक्रिया चली और 2023 में सारा कार्य पूरा हुआ।
15 साल पहले सर्किट हाउस में उतारा था हेलीकॉप्टर
शहर के निर्यातक 15 साल पहले विदेशी ग्राहकों को अपने खर्च पर दिल्ली से हेलीकॉप्टर में लाए थे। उन्हें सर्किट हाउस में उतारा गया था। तब इसमें लाखों रुपये खर्च हुए थे। उस समय निर्यातकों ने मांग उठाई थी कि मुरादाबाद के मूंढापांडे स्थित हवाई पट्टी को हवाई अड्डे के रूप में विकसित किया जाए।
देर से ही सही, लेकिन मुरादाबाद के लोगों की उम्मीदों को पंख लगने जा रहे हैं। यदि लखनऊ व कानपुर के लिए उड़ान सफल रही तो बहुत जल्द मुंबई व बैंगलुरू के लिए उड़ान शुरू हो सकती है। फिलहाल मुंबई व बैंगलुरू जाने वाले लोग बरेली हवाई अड्डे पर पहुंचते हैं।
10 मार्च को हवाई अड्डे का लोकार्पण तय है। इसके लिए सूचना मिली है। हवाई अड्डे पर एएआई के अधिकारी व्यवस्था बना रहे हैं। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लाइव दिखाया जाएगा। – मानवेंद्र सिंह, जिलाधिकारी