ताजनगरी में कर्मचारी चुनाव ड्यूटी से बचने की कोशिश कर रहे हैं। जिलाधिकारी और सीडीओ की नाराजगी के बाद 175 अधिकारी व कर्मचारियों पर कार्रवाई की तैयारी है।
उत्तर प्रदेश के आगरा में चुनाव ड्यूटी से बचने के लिए अधिकारी व कर्मचारी तरह-तरह के बहाने बना रहे हैं। कोई कह रहा है कि मुझे हार्ट अटैक पड़ा है। तो कोई कह रहा है मैं बंगाल में हूं। किसी का मोबाइल बंद है, तो किसी ने मोबाइल नंबर ही गलत फीड करा रखा है। ऐसे 175 अधिकारियों व कर्मचारियों के विरुद्ध जिला निर्वाचन कार्यालय बड़ी कार्रवाई कर सकता है।
जिले में दो लोकसभा सीटें हैं। आगरा और फतेहपुर सीकरी। दोनों सीटों के लिए सात मई को मतदान है। 20 हजार कार्मिकों की ड्यूटी लगाई गई है। जिले में कार्मिक कम पढ़ने पर अन्य जिलों से बुलाए गए हैं। मतदान कार्मिकों को प्रशिक्षण के लिए चार मौके मिले। लेकिन, जिले के विभिन्न कार्यालयों में तैनात 175 अधिकारी व कर्मचारी एक भी दिन प्रशिक्षण में नहीं पहुंचे।
इस लापरवाही पर जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी और सीडीओ प्रतिभा सिंह ने नाराजगी जताते हुए डीआईओएस को गैरहाजिर कर्मियों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं। इनके विरुद्ध लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई हो सकती है।
ईवीएम का दिया गया प्रशिक्षण
चुनाव ड्यूटी में तैनात मतदान कार्मिकों को ईवीएम, वीवीपैट, कंट्रोल यूनिट से लेकर बैलट यूनिट के संचालन का प्रशिक्षण दिया गया है। उन्हें बताया गया है कि तकनीकी कमी के कारण मतदान प्रभावित नहीं होना चाहिए। न पुनर्मतदान कराने की जरूरत पड़े।