मुबंई 11अगस्त।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नवाचार 21वीं शताब्दी का मूलमंत्र बताते हुए युवाओं का आह्वान किया कि वे नवाचार को बढ़ावा दें,जो मानवता के हित में हो।
श्री मोदी ने आज यहां भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के 56वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि देश के युवा जलवायु परितर्वन के प्रभावों को कम करने, बेहतर कृषि उत्पादकता सुनिश्चित करने,स्वच्छ ऊर्जा,जल संरक्षण,कुपोषण से लड़ने और कचरे के असरदार प्रबंधन में योगदान दे सकते हैं।
उन्होने कहा कि आई आई टी संस्थानों ने वैश्विक स्तर पर भारत को ब्रांड बना दिया है। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से राष्ट्र निर्माण में योगदान देने की अवधारणा के साथ ही आई आई टी संस्थानों की स्थापना की गई थी। आईआईटी बॉम्बे स्वतंत्र भारत के उन संस्थानों में है, जिनकी परिकल्पना टेक्नालॉजी के माध्यम से राष्ट्र निर्माण को नई दिशा देने के लिए की गयी।
श्री मोदी ने कहा कि आई आई टी से पास होने वाले छात्र देश के विकास में सक्रिय योगदान दे रहे हैं और ये छात्र स्टार्ट-अप के क्षेत्र में भी योगदान कर रहे हैं।बाद में, श्री मोदी ने आई आई टी बॉम्बे में ऊर्जा विज्ञान तथा इंजीनियरिंग विभाग और पर्यावरण विज्ञान तथा इंजीनियरिंग केन्द्र के नए भवन का उद्धाटन किया।