रायपुर 16अगस्त।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री और छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता ‘भारत रत्न’अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है।
डा.सिंह ने आज यहां जारी शोक सन्देश में स्वर्गीय श्री वाजपेयी को विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि ईश्वर उनकी आत्मा को शांति और देशवासियों को धैर्य रखने की शक्ति प्रदान करे।उन्होंने कहा कि अटल जी को मैं किन शब्दों में विदा करूं, यह मुझे समझ में नहीं आ रहा। वे मेरे गुरू और पिता तुल्य थे। उनके निधन से 125 करोड़ भारतीयों की तरह मैं भी बहुत स्तब्ध और विचलित हूं।
उन्होने कहा कि श्री वाजपेयी भारत के ही नहीं बल्कि दुनिया के महान नेताओं में से थे। उनके निधन से देश की राजनीति के एक चमकदार सितारे का अंत हो गया। वह भारतीय समाज के सभी वर्गों में, सभी नागरिकों में और सभी राजनीतिक दलों के बीच समान रूप से सम्मानित अत्यंत लोकप्रिय राजनेता थे। उन्होंने अपने लगभग 50 वर्षों के संसदीय जीवन में अपनी विलक्षण प्रतिभा से पक्ष और विपक्ष दोनों में समान रूप से अपार लोकप्रियता हासिल की।तीन बार वर्ष 1996, वर्ष 1998 और वर्ष 1999 में प्रधानमंत्री के रूप देश को अपना कुशल नेतृत्व दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की ढाई करोड़ से ज्यादा जनता उन्हें राज्य निर्माता के रूप में हमेशा याद रखेगी।उन्होने कहा कि श्री वाजपेयी ने छत्तीसगढ़ सहित झारखंड और उत्तराखंड राज्यों का निर्माण करके देश के राजनीतिक इतिहास में एक नये युग का प्रवर्तन किया। डॉ. रमन सिंह ने स्वर्गीय श्री वाजपेयी के साथ अपने वर्षों पुराने आत्मीय संबंधों को भी याद किया। उन्होंने कहा- वर्ष 1999 से 2003 के बीच तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री वाजपेयी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में मुझे भी केन्द्रीय मंत्री के रूप में उनके साथ काम करने का और बहुत कुछ सीखने का अवसर मिला था।
डॉ.सिंह ने कहा-श्री वाजपेयी एक ओजस्वी वक्ता, संवेदनशील कवि और सिद्धांतवादी तथा सहृदय राजनेता थे। उनके देहावसान से देश के सामाजिक-साहित्यिक और राजनीतिक क्षेत्र में एक ऐसा खालीपन आ गया है, जिसकी पूर्ति असंभव है।