रेल कोच रेस्टोरेंट खस्ताहाल कोच और पटरियों से बनाए जाएंगे। निर्धारित जगह पर इन्हें रखवाया जाएगा। टेंडर में जिनका नाम फाइनल होगा, वह कोच को मॉडीफाइड कराकर रेस्टोरेंट का रूप देगा। यह अनुबंध पांच वर्ष का रहेगा। यहां खानपान के अलावा बैठने, एसी और अन्य सुविधाएं कंपनी की ओर से दी जाएगी।
कानपुर में जल्द ही आप रेलवे के कोचनुमा रेस्टोरेंट में स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठा सकेंगे। दरअसल, रेलवे टूरिज्म को बढ़वा देने के लिए सेंट्रल स्टेशन, अनवरगंज और गोविंदपुरी स्टेशन में रेल कोच रेस्टोरेंट बनाए जाएंगे। तीनों ही स्टेशनों पर जगह चिह्नित हो गई है।
आचार संहिता हटने के बाद टेंडर निकाला जाएगा। प्रयागराज मंडल ने इस दिशा में तैयारी तेज कर दी है। कानपुर में रेलवे की करोड़ों रुपये की जमीन पड़ी है। कुछ जगहों पर कब्जे भी हो गए। पिछले दिनों डीआरएम हिमांशु बडोनी और अन्य अधिकारियों ने सेंट्रल, अनवरगंज और गोविंदपुरी स्टेशनों का निरीक्षण किया था।
प्रयागराज मंडल में बनाया जा चुका है रेल कोच रेस्टोरेंट
यहां पर व्यावसायिक गतिविधियों को लेकर प्लानिंग बनाई गई। स्टेशन की खाली जगहों पर दुकानें, फूड प्लाजा, किड्स जोन (बच्चों के खेलने के लिए), रेस्टोरेंट खोलने पर विचार विमर्श हुआ। आखिर में रेल कोच रेस्टोरेंट पर सहमति बनी। प्रयागराज मंडल में रेल कोच रेस्टोरेंट बनाया भी जा चुका है।
खस्ताहाल कोच और पटरियों से बनेगा रेस्टोरेंट
रेल कोच रेस्टोरेंट खस्ताहाल कोच और पटरियों से बनाए जाएंगे। निर्धारित जगह पर इन्हें रखवाया जाएगा। टेंडर में जिनका नाम फाइनल होगा, वह कोच को मॉडीफाइड कराकर रेस्टोरेंट का रूप देगा। यह अनुबंध पांच वर्ष का रहेगा। यहां खानपान के अलावा बैठने, एसी और अन्य सुविधाएं कंपनी की ओर से दी जाएगी।
गोविंदपुरी और अनवरगंज से जाएंगी वीआईपी ट्रेनें
सेंट्रल स्टेशन पर ट्रेनों के बढ़ते बोझ को कम करने के लिए गोविंदपुरी और अनवरगंज स्टेशन पर सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। यहां पर अमृत भारत योजना के अंतर्गत कई काम कराए जा रहे हैं। इसमें नया भवन, पार्किंग, कार्यालय आदि का निर्माण शामिल है। दोनों स्टेशनों पर सुविधाएं बढ़ने पर कई वीवीआईपी और वीआईपी ट्रेनों को संचालित किया जा सकेगा। ये ट्रेनें सेंट्रल नहीं जाएंगी।
सेंट्रल, गोविंदपुरी और अनवरगंज स्टेशन पर रेल कोच रेस्टोरेंंट बनाया जाएगा, जगह निर्धारित हो गई है। आचार संहिता समाप्त होने के बाद टेंडर निकाले जाएंगे। शहरवासियों को नए तरीके का अहसास होगा। -आशुतोष सिंह, डिप्टी सीटीएम सेंट्रल स्टेशन