नई दिल्ली 07 जून।कार्यवाहक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शाम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया।
इससे पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के नेतृत्व में एनडीए के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी राष्ट्रपति से मुलाकात की और एक पत्र सौंपा जिसमें कहा गया कि नरेंद्र मोदी को भाजपा संसदीय दल का नेता चुना गया है। एनडीए के घटक दलों की ओर से समर्थन पत्र भी राष्ट्रपति को सौंपा गया।
राष्ट्रपति भवन के बाहर श्री मोदी ने कहा कि एनडीए एक मजबूत, स्थिर और विकासोन्मुख सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने उन्हें कार्यवाहक प्रधानमंत्री नियुक्त किया है और उन्होंने राष्ट्रपति को बताया है कि वे शपथ ग्रहण समारोह को लेकर उत्सुक हैं। श्री मोदी ने बताया कि मंत्रिपरिषद की सूची राष्ट्रपति को सौंप दी जाएगी।
श्री मोदी ने कहा कि लोगों ने एनडीए सरकार को एक और मौका दिया है और यह 18वीं लोकसभा नई और युवा ऊर्जा का सदन है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार देश की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करेगी।
कार्यवाहक प्रधानमंत्री ने कहा कि स्थिर सरकार देश और इसकी अर्थव्यवस्था के साथ-साथ युवाओं के लिए हितकारी साबित होगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि उनकी सरकार देश का तेज गति से विकास करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
इससे पहले आज एनडीए संसदीय दल ने सर्वसम्मति से श्री नरेन्द्र मोदी को पार्टी का नेता चुना। नई दिल्ली में पुराने संसद भवन के केन्द्रीय कक्ष में एनडीए संसदीय दल की बैठक के दौरान भाजपा नेता राजनाथ सिंह ने श्री मोदी के नाम का प्रस्ताव दिया जिसका गठबंधन के सभी नेताओं ने समर्थन किया। श्री मोदी को लोकसभा में भाजपा और संसदीय दल के नेता के रूप में भी चुना गया है।
श्री मोदी के नाम का प्रस्ताव रखते हुए श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वे इस पद के लिए सबसे योग्य व्यक्ति हैं। उन्होंने कहा कि यह गठबंधन कोई मजबूरी नहीं बल्कि हमारी प्रतिबद्धता है। भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह और नितिन गडकरी ने प्रस्ताव का समर्थन किया।
बैठक में राष्ट्रीय लोकदल प्रमुख जयंत चौधरी, पीयूष गोयल और अनुराग सिंह ठाकुर सहित कई केंद्रीय मंत्री मौजूद थे। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा और मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह भी बैठक में शामिल हुए।