रायपुर 02 सितम्बर।मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि छत्तीसगढ़ राज्य वर्ष 2025 में नौजवान छत्तीसगढ़ के रूप में अपनी रजत जयंती मनाएगा।
डा.सिंह ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा इसे ध्यान में रखकर राज्य सरकार ने ‘नवा छत्तीसगढ़ 2025’ की परिकल्पना को साकार करने का संकल्प लेकर ‘अटल दृष्टि पत्र’ तैयार किया है। इसमें नागरिकों के सुझाव भी लिए जाएंगे और प्रदेशवासियों के विचारों के अनुरूप नवा छत्तीसगढ़ 2025 के निर्माण की परिकल्पना को और भी ज्यादा बेहतर ढंग से संशोधित किया जाएगा। नवा छत्तीसगढ़ के निर्माण के लिए प्रत्येक छत्तीसगढ़िया कंधे से कंधा मिलाकर चलेगा।
डॉ.सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण में अटल जी की केन्द्रीय भूमिका थी, वहीं वे एक अभिभावक के रूप में सदैव हमारे मार्गदर्शक भी रहे। प्रदेश के विकास में उनके अभूतपूर्व योगदान को नमन करते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने तीन मुख्य कदम उठाने का निर्णय लिया है। पहला कदम ‘नवा छत्तीसगढ़ 2025’ की परिकल्पना के लिए अटल दृष्टि पत्र का निर्माण और नवा छत्तीसगढ़ निर्माण के उद्देश्य के साथ अटल विकास यात्रा तथा अटल नगर (नया रायपुर) में पांच एकड़ के रकबे में एक भव्य ‘अटल स्मारक’ का निर्माण। अटल नगर (नया रायपुर) की पहचान के रूप में एक लैण्ड मार्क होगा। स्मारक के निर्माण के लिए प्रदेश के हर गांव से मिट्टी एकत्रित की जाएगी। अटल स्मारक में उनकी मूर्ति के साथ संग्रहालय, पुस्तकालय आदि की भी व्यवस्था रहेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य निर्माण के बाद विगत 15 वर्षों में हमने विगत 15 वर्ष में विकास कार्यों में जिस तरह की निरंतरता दिखाई है, उसके परिणाम स्वरूप आज छत्तीसगढ़ देश के सबसे प्रगतिशील राज्यों की सूची अपनी अगल पहचान बना चुका है। राज्य के विकास की यात्रा तो अभी सिर्फ शुरू हुई है। जबकि हमें अभी और भी कई नये मुकाम हासिल करने हैं। इसके लिए ही छत्तीसगढ़ के रजत जयंती वर्ष 2025 को केन्द्र में रखकर कई संकल्पों के साथ अटल दृष्टि पत्र की परिकल्पना की गई है।
उन्होंने बताया कि अटल दृष्टि पत्र में शामिल संकल्पों के अनुसार अगले सात वर्ष में याने कि वर्ष 2025 तक छत्तीसगढ़ को एक स्मार्ट और हरित राज्य बनाने का संकल्प हैं, जहां प्रत्येक नागरिक सशक्त और खुशहाल होगा और जहां प्रदेश का सकल राज्य घरेलू उत्पाद अर्थात जीएसडीपी दोगुनी हो जाएगी। इतना ही नहीं बल्कि प्रति व्यक्ति औसत वार्षिक आमदनी के मामले में छत्तीसगढ़ देश के पांच शीर्षस्थ राज्यों की श्रेणी में शामिल हो जाएगा।