
रायपुर 08 अगस्त।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि ईमानदारी और निष्ठा से निभाई गई जिम्मेदारी हमेशा सकारात्मक परिणाम देती है। उन्होंने कहा कि जब व्यक्ति जनसेवा में समर्पण भाव से जुड़ता है, तो जनता का स्नेह और आशीर्वाद निश्चित रूप से प्राप्त होता है।
मुख्यमंत्री श्री साय मंत्रालय में आयोजित ‘मुख्यमंत्री सुशासन संवाद’ कार्यक्रम में IIM रायपुर में अध्ययनरत मुख्यमंत्री सुशासन फेलोशिप के विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने विद्यार्थियों से आत्मीय संवाद करते हुए सुशासन के अनुभव साझा किए और उनके प्रेरणादायक प्रश्नों के उत्तर दिए।
छत्तीसगढ़ – सुशासन एवं अभिसरण विभाग स्थापित करने वाला देश का पहला राज्य
मुख्यमंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जिसने सुशासन एवं अभिसरण विभाग की स्थापना की है। प्रदेश में ई-ऑफिस प्रणाली लागू की गई है, जिससे सभी फाइलें डिजिटलीकृत हो रही हैं और कार्य प्रणाली में पारदर्शिता आई है। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता भ्रष्टाचार के सभी रास्ते बंद करना है।
“जनता को योजनाओं का वास्तविक लाभ देना ही सुशासन है”
श्री साय ने कहा कि सरकार की योजनाएं सोच-समझकर बनाई जानी चाहिए क्योंकि इनमें जनता की गाढ़ी कमाई लगती है। जब योजनाएं जमीनी स्तर पर प्रभावी तरीके से लागू होती हैं, तभी जनता को उसका प्रत्यक्ष लाभ मिलता है।
पंचायत से मुख्यमंत्री तक का सफर – ईमानदारी रही आधार
कार्यक्रम के दौरान आरंग के फेलो हर्षवर्धन ने जब श्री साय से उनके जीवन की सबसे महत्वपूर्ण सीख पूछी, तो मुख्यमंत्री ने अपने संघर्षों को साझा करते हुए कहा –”बहुत कम उम्र में पिता के निधन के बाद परिवार की जिम्मेदारी मेरे कंधों पर आ गई। मैंने कभी कल्पना नहीं की थी कि मैं पंच भी बनूंगा, लेकिन जो जिम्मेदारी मिली, उसे पूरी निष्ठा से निभाया। जनसेवा को जीवन का लक्ष्य बनाया और जनता ने मुझे पंच, सरपंच, विधायक, सांसद, मंत्री और अब मुख्यमंत्री बनाया है।”
2047 तक विकसित भारत में छत्तीसगढ़ की अहम भूमिका
बिलासपुर के फेलो मनु पांडेय के प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने बताया –”विकसित भारत के संकल्प में छत्तीसगढ़ की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है। हमने ‘विजन डॉक्यूमेंट’ तैयार किया है, जिसमें 2047 तक राज्य की जीएसडीपी को 5 लाख करोड़ रुपये से बढ़ाकर 75 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। यह कोई कल्पना नहीं, बल्कि ठोस योजना है।”
उन्होंने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ एक सम्पन्न राज्य है। यहाँ लोहा, लिथियम, सोना, बॉक्साइट, हीरे जैसे खनिज भरे पड़े हैं। साथ ही, राज्य का 44% भूभाग वनों से आच्छादित है और यहाँ की उर्वरा भूमि व मेहनतकश लोग ही इसकी असली ताकत हैं।
युवाओं से अपील – “आपके संकल्प और कौशल से बनेगा विकसित छत्तीसगढ़”
मुख्यमंत्री ने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा –”आप जैसे युवाओं के संकल्प और कौशल से ही हम विकसित छत्तीसगढ़ बनाएंगे।”
कार्यक्रम में सुशासन एवं अभिसरण विभाग के सचिव श्री राहुल भगत ने मुख्यमंत्री सुशासन फेलोशिप की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए बताया कि इसका उद्देश्य राज्य के प्रतिभाशाली युवाओं को गवर्नेंस में व्यावहारिक अनुभव और उच्चस्तरीय शिक्षा प्रदान करना है।
यह फेलोशिप IIM रायपुर के सहयोग से संचालित हो रही है, जिसमें युवाओं को पब्लिक पॉलिसी एंड गवर्नेंस में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के साथ-साथ शासन के विभिन्न विभागों में प्रायोगिक प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। फेलोज नीति निर्माण, ई-गवर्नेंस, संसाधन प्रबंधन, और डाटा आधारित प्रशासन में अहम भूमिका निभाएंगे।
प्रोस्पेक्टस विमोचन और ‘अंजोर विजन डॉक्यूमेंट’ की भेंट
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री श्री साय ने फेलोशिप कोर्स के प्रोस्पेक्टस का विमोचन किया और सभी विद्यार्थियों को छत्तीसगढ़ अंजोर विजन डॉक्यूमेंट की प्रति भेंट की।
इस अवसर पर गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज पिंगुआ, सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव अविनाश चम्पावत, विशेष सचिव रजत बंसल, संयुक्त सचिव मयंक अग्रवाल, IIM रायपुर के प्रोफेसर्स, तथा अन्य गणमान्यजन उपस्थित थे।