कोलम्बों 11 मई।श्रीलंका सरकार ने देश में मस्जिदों के ट्रस्टियों को निर्देश जारी कर उग्रवाद या नफरत फैलाने के लिए अपने परिसरों में जमावड़े की अनुमति नहीं देने को कहा है।
मुस्लिम धार्मिक और सांस्कृतिक मंत्रालय ने सभी ट्रस्टियों को कट्टरपंथ फैलाने के लिए मस्जिदों का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह दी है। दिशा निर्देशों में कहा गया है कि किसी भी समूह को ऐसे प्रयास की अनुमति नहीं दी जाएगी और अगर ऐसा पाया जाता है तो ट्रस्टियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
ईस्टर बम हमलों की जांच और देशव्यापी धरपकड़ से यह साफ होने लगा है कि हमलों के पीछे कुछ स्थानीय कट्टरवादी संगठनों का हाथ था, जिन्होंने आईएसआईएस के सिद्धांतों को बढ़ावा दिया। ऐसे संगठनों द्वारा प्रचारित कट्टरवाद का दुरुपयोग आतंकी संगठन हिंसा फैलाने के लिए करते हैं और श्रीलंका सरकार का यह कदम इस पर लगाम लगाने की कोशिश है।
सरकार ने अपने दिशा-निर्देश में मस्जिदों के ट्रस्टियों को सुरक्षा बलों की जांच में सहयोग देने की भी बात कही है। सरकार पहले ही आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने वाली धार्मिक शिक्षा और विदेशी नागरिकों के धार्मिक शिक्षा देने पर रोक लगा चुकी है।