श्रीनगर/जम्मू 10 अगस्त।सरकार ने दावा किया है जम्मू कश्मीर में स्थिति में सुधार आया है और गतिविधियां लगभग सामान्य हो गई हैं।
आधिकारिक सूत्रो के अनुसार जम्मू डिवीजन के पांच जिलों में धारा 144 के तहत लगी निषेधाज्ञा पूरी तरह हटा ली गई है और डोडा तथा किश्तवाड़ जिलों में कर्फ्यू में ढील दी गई है। इन पांच जिलों में स्कूल, कॉलेज खुल गये हैं।सभी बाजार और दुकानें भी खुली हैं और यातायात आम दिनों की तरह चल रहा है, जिससे लोगों को राहत मिली है। लेकिन पुंछ, राजौरी, डोडा, किश्तवाड़ और रामबन जिलों में कर्फ्यू अभी है।
सूत्रो के अनुसार श्रीनगर में स्थिति शांतिपूर्ण है वाहन चल रहे हैं और लोगों का आना-जाना भी चल रहा है।प्रशासन जम्मू कश्मीर से बाहर के जो श्रमिक अपने घरों को लौटना चाहते हैं, उनकी मदद कर रहा है।प्रशासन ने दिहाड़ी कार्मियों का अगस्त माह का अग्रिम वेतन जारी करने के साथ-साथ श्रीनगर में पर्यटक स्वागत केन्द्र,अस्पतालों और अन्य सार्वजनिक संस्थानों पर कुछ लंगर भी शुरू किए हैं।
कामगारों की अधिक संख्या और ईद पर अपने घरों को जाने वाले लोगों की संख्या को देखते हुए ऊधमपुर-जम्मू से विशेष रेल सेवा चलाई जा रही है। इस दौरान राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने श्रीनगर के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा करने के साथ ही श्रीनगर शहर में दो अस्पतालों का भी दौरा किया और वहां उपलब्ध सुविधाओं की समीक्षा की।
श्रीनगर डिवीजन आयुक्त ने बताया कि वहां अनाज और पोल्ट्री सामग्री की कोई कमी नहीं है।अनाज के अधिकांश स्टोर आज खुल गये। कश्मीर घाटी में पेट्रोल और डीजल का भंडार भी पर्याप्त है।
इस बीच गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने मीडिया की उन रिपोर्टों का खंडन किया है जिसमें दावा किया गया है कि श्रीनगर में 10 हजार लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रवक्ता ने कहा कि यह खबर पूरी तरह मनगढ़ंत और गलत है। प्रवक्ता ने यह भी कहा कि श्रीनगर और बारामूला में विरोध की छिटपुट घटनाएं हुई हैं।