Friday , November 15 2024
Home / छत्तीसगढ़ / स्टार्टअप से ढाई साल में 1.2 करोड़ का टर्नओवर, युवाओं को दे रहे रोजगार

स्टार्टअप से ढाई साल में 1.2 करोड़ का टर्नओवर, युवाओं को दे रहे रोजगार

 किसान उत्पाद को लेकर स्टार्टअप शुरू करने वाले छत्‍तीसगढ़ के दो युवक न सिर्फ युवाओं को रोजगार दे रहे हैं, बल्कि सालाना 1.2 करोड़ रुपये की आमदनी भी कर रहे हैं। बेमेतरा जिले के सिमगा निवासी पर्यावरण इंजीनियर अमृत नाहर (26) ने बताया कि उनके स्टार्टअप की शुरुआत मार्च, 2020 में कोरोना काल में हुई। खेती-किसानी में लगे अमृत ने इस बीच देखा कि कोरोना से बचने के लिए इम्युनिटी बूस्टर के रूप में लोग काढ़ा का उपयोग कर रहे हैं।

भविष्य में बाजार को देखते हुए उन्होंने चिकित्सकीय शोध कराने के बाद जोरको इम्युनिटी बुस्टर जून- 2020 में मार्केट में उतार दिया। 14 तरह की जड़ी-बूटियों से बने बुस्टर को नया होने की वजह से पहले तो ज्यादा बाजार नहीं मिला, लेकिन लगातार प्रयासों के बाद मार्केट में जोरको इम्युनिटी बुस्टर की मांग बढ़ने लगी। देखते ही देखते छत्तीसगढ़, गुजरात समेत अन्य राज्यों में कारोबार बढ़ा तो इससे जुड़े 40 प्रोडक्ट बाजार में उतारे। पहले साल बाजार बेहद कम था। वर्तमान में सालाना टर्न ओवर 1.2 करोड़ का पहुंच गया। इसके लिए शासन की तरफ से भी उद्भव योजना के तहत 25 लाख रुपये का अनुदान मिला

किसानों के औषधीय उत्पादों को उपलब्ध करा रहे बेहतर बाजार\
अमृत नाहर ने बताया कि वह बाजार में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले उत्पाद विक्रय करने के साथ ही किसानों को भी बड़ा बाजार उपलब्ध करा रहे हैं। इसमें ऐसे किसान जो काला चावल, कोदो, महुआ आदि का उत्पादन करते हैं, लेकिन उन्हें बेहतर दाम नहीं मिलता है, दूसरे प्रदेशों और बड़ी कंपनियों से बातकर ब्रिज की तरह काम कर किसानों को ऐसी फसलों का बेहतर दाम उपलब्ध करा रहे हैं। इससे उन्हें बाजार से 20 प्रतिशत अतिरिक्त मुनाफा भी हो रहा है। किसानों को औषधीय उत्पादों और आर्गेनिक खेती के लिए भी प्रेरित कर रहे हैं।
35 युवाओं को सीधे रोजगार, डिजिटल मार्केटिंग से बेहतर काम
अमृत ने बताया कि फर्म शुरू होने के साथ ही युवा भी उनसे जुड़ते गए। वर्तमान में 35 से अधिक युवाओं को फर्म के माध्यम से सीधे रोजगार उपलब्ध हो रहा है। वहीं डिजिटल मार्केटिंग के माध्यम से पूरे देश में इम्युनिटी बूस्टर व अन्य उत्पाद लोगों तक पहुंच रहे हैं। इसके अलावा युवाओं को स्टार्टअप खोलने के लिए जागरूक करने के साथ उनकी मदद भी कर रहे हैं।