किसान उत्पाद को लेकर स्टार्टअप शुरू करने वाले छत्तीसगढ़ के दो युवक न सिर्फ युवाओं को रोजगार दे रहे हैं, बल्कि सालाना 1.2 करोड़ रुपये की आमदनी भी कर रहे हैं। बेमेतरा जिले के सिमगा निवासी पर्यावरण इंजीनियर अमृत नाहर (26) ने बताया कि उनके स्टार्टअप की शुरुआत मार्च, 2020 में कोरोना काल में हुई। खेती-किसानी में लगे अमृत ने इस बीच देखा कि कोरोना से बचने के लिए इम्युनिटी बूस्टर के रूप में लोग काढ़ा का उपयोग कर रहे हैं।
भविष्य में बाजार को देखते हुए उन्होंने चिकित्सकीय शोध कराने के बाद जोरको इम्युनिटी बुस्टर जून- 2020 में मार्केट में उतार दिया। 14 तरह की जड़ी-बूटियों से बने बुस्टर को नया होने की वजह से पहले तो ज्यादा बाजार नहीं मिला, लेकिन लगातार प्रयासों के बाद मार्केट में जोरको इम्युनिटी बुस्टर की मांग बढ़ने लगी। देखते ही देखते छत्तीसगढ़, गुजरात समेत अन्य राज्यों में कारोबार बढ़ा तो इससे जुड़े 40 प्रोडक्ट बाजार में उतारे। पहले साल बाजार बेहद कम था। वर्तमान में सालाना टर्न ओवर 1.2 करोड़ का पहुंच गया। इसके लिए शासन की तरफ से भी उद्भव योजना के तहत 25 लाख रुपये का अनुदान मिला