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पार्टी को मजबूत बनाने के संकल्प के साथ कांग्रेस अधिवेशन सम्पन्न

शहीद वीर नारायण सिंह नगर 26 फरवरी।कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के किसानों, मजदूरों,दलितों के हितों के लिए लड़ने,बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ आवाज बुलन्द करने और नफरत की विचारधारा के खिलाफ लड़ाई को और मजबूती से लड़ने के आह्वान के साथ कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन सम्पन्न हो गया।

श्री खड़गे ने राष्ट्रीय अधिवेशन में समापन सम्बोधन में पार्टीजनों यह आह्वान करते हुए कहा कि भारत जोड़ो यात्रा से राहुल गांधी ने जो रास्ता बनाया है,उसे आगे ले जाने की जिम्मेदारी हम सभई की है। उन्होने कहा कि देश में गैर बराबरी बढ़ रही है और अमीर और अमीर और गरीब औऐर गरीब हो रहा है।गांव और शहरों में अन्तर बहुत बढ़ गया है।उन्होने कहा कि किसानों, मजदूरों,दलितों के हितों के लिए लड़ने,बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ आवाज बुलन्द करने की जरूरत है।

उन्होने कहा कि चंद लेग इस देश की सम्पत्ति लूट रहे है।मोदी जी ने एक व्यक्ति अडानी को आगे बढ़ाने में ताकत झोंक दी है,और किसी भी व्यापारी की सरकार ने मदद नही की है।उन्होने अधिवेशन में पारित राजनीतिक,आर्थिक,विदेश,कृषि,सामाजिक न्याय के प्रस्तावों का जिक्र करते हुए अधिवेशन में विभिन्न विषयों पर लम्बी मंत्रणा हुई जोकि भविष्य की राजनीति में मददगार साबित होंगी।

श्री खड़गे ने कहा कि जो प्रस्ताव पारित हुए है उनका 2024 में केन्द्र में सत्ता में आने पर अमल होगा।उन्होने कहा कि कांग्रेस ने आजादी से पहले 62 वर्षों तक आजादी के लिए संघर्ष किया और उसका आजादी के मबल्यों की रक्षा करने का सबसे ज्यादा दायित्व हैं।कोई ऐसी चुनौती नही है,जिसका हल कांग्रेस नही निकाल सके।

उन्होने पार्टीजनों को कांग्रेस का मतलब समझाते हुए कहा कि कांग्रेस का मतलब देशभक्ति,बलिदान, निष्ठा और प्रेरणा,करूणा और न्याय,निर्भरता और अनुशासन हैं उससे आगे बढ़कर काम करना है और एक समृद्ध भारत की बुनियाद रखनी है।उन्होने राजनीतिक प्रस्ताव का जिक्र करते हुए कहा कि विचारधआरा की लड़ाई और तेज होंगी हमें एकजुट होकर लड़ना है। आर्थिक प्रस्ताव में बढ़ती आर्थिक बिषमताओं को दूर करने और मित्रवादी नीतियों के खिलाफ संघर्ष करना है।

श्री खडगे ने सामाजिक न्याय के प्रस्ताव का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें जातिगत जनगणना को जरूरी बताया गया है।उन्होने कहा कि यूपीए सरकार ने जातिगत जनगणना करवया था  लेकिन 2014 में सरकार जाने के बाद उस सर्वे को मोदी सरकार ने प्रकाशित नही होने दिया।उन्होने कहा कि आरएसएस की शिक्षा की नीति लोगो को और पीछे लेकर जायेंगी।मोदी सरकार मनुवाद और मनुस्मृति को पढ़ाना चाहती है,जिसके खिलाफ लड़ना होगा।उन्होने समापन भाषण का समापन ..मजबूत कांग्रेस –  बुलन्द भारत के नारे के साथ किया।