आज पूरा भारत राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती मना रहा है। इस मौके पर प्रत्येक देशवासी उन्हें नमन कर रहा है। इस मौके पर राजधानी दिल्ली स्थित राजघाट पर विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। टीएएमसी आज राजघाट पर प्रर्दशन करेगी। इसके अलावा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई हस्तियां राजघाट पहुंचकर गांधी जी को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगी। गांधी जयंती से जुड़ा हर अपडेट यहां जानिए…
यूपी सीएम ने गोरखपुर में महात्मा गांधी को दी श्रद्धांजलि
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महात्मा गांधी की 154वीं जयंती पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि देने पहुंचे खरगे
पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की 119वीं जयंती पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने विजयघाट पहुंचकर लाल बहादुर शास्त्री को पुष्पांजलि अर्पित की।
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह और मीनाक्षी लेखी ने महात्मा गांधी की 154वीं जयंती पर राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
राष्ट्रपति मुर्मू ने बापू को दी श्रद्धांजलि
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महात्मा गांधी की 154वीं जयंती पर राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की।
पीएम मोदी ने विजयघाट पहुंच लाल बहादुर शास्त्री को दी पुष्पांजलि
पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की 119वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विजयघाट पहुंचकर लाल बहादुर शास्त्री को पुष्पांजलि अर्पित की।
लाल बहादुर शास्त्री की 119वीं जयंती पर दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने विजयघाट पहुंचकर लाल बहादुर शास्त्री को पुष्पांजलि अर्पित की।
महात्मा गांधी की 154वीं जयंती पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की। उनके बाद उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी राजघाट पहुंचे।
गांधी जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार सुबह राजघाट पहुंचे। यहां उन्होंने बापू को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सोमवार सुबह गांधी जयंती के अवसर पर राजघाट पहुंचे। यहां उन्होंने गांधी जी को श्रद्धांजलि दी। इसके अलावा, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी राजघाट पहुंचकर गांधी जी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
गांधी जयंती आज; पीएम मोदी ने राजघाट पहुंचकर दी बापू को श्रद्धांजलि
बता दें कि देश को आजादी दिलाने के लिए स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई का गांधी जी ने नेतृत्व किया था। उन्होंने अंग्रेजों की गुलामी की जंजीरों को तोड़ने के लिए किसी तरह की हिंसा का सहारा नहीं लिया, बल्कि सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलकर जीत हासिल की। उनके इस सिद्धांत को देश विदेश तक लोग आज भी अनुसरण करते हैं।