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रमन सहित भूपेश सरकार के तीन मंत्रियों का राजनीतिक भविष्य ईवीएम में बन्द

रायपुर, 07 नवम्बर।छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनावों के पहले चरण की 20 सीटों पर मतदान आज शान्तिपूर्ण समाप्त हो गया।इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह,भूपेश सरकार के तीन मंत्रियों समेत 223 उम्मीदवारों का राजनीतिक भविष्य ईवीएम में बन्द हो गया।

     राज्य निर्वाचन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार कांकेर में 75.51 प्रतिशत,बस्तर में 72.41  प्रतिशत,बीजापुर में 40.98 प्रतिशत,मोहला मानपुर में 76 प्रतिशत, सुकमा में 50.12 प्रतिशत,कोण्डागांव में 75.35 प्रतिशत दंतेवाड़ा में 62.55 प्रतिशत तथा नारायणपुर में 63.88 प्रतिशत मतदान हुआ।इसके साथ ही राजनांदगांव में 75.10 प्रतिशत, कबीरधाम में 72 प्रतिशत तथा खैरागढ़ में 76.31 प्रतिशत मतदान हुआ है।शाम पांच के बाद में भी कुछ मतदान केन्द्रों के परिसर में मतदाता मौजूद थे,इससे मतदान प्रतिशत और बढ़ने की संभावना है।    

  इस चरण में जिन प्रमुख नेताओं का राजनीतिक भविष्य ईवीएम में कैद हो गया उसमें पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह भी शामिल है।उनकी हाई प्रोफाइल सीट राजनांदगांव में भी इस चरण मे मतदान हुआ।इसके अलावा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज की चित्रकोट सीट,राज्य के वरिष्ठ मंत्री मोहम्मद अकबर की सीट कवर्धा,वरिष्ठ मंत्री कवासी लखमा की सीट कोन्टा तथा वरिष्ठ मंत्री मोहन मरकाम की सीट कोन्डागांव में भी आज ही मतदान हुआ। मतदान होगा।भाजपा के चार वरिष्ठ नेताओं पूर्व मंत्री केदार कश्यप की सीट नारायणपुर,पूर्व मंत्री महेश गागड़ा की सीट बीजापुर तथा पूर्व मंत्री एवं भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लता उसेन्ड़ी की सीट कोन्डागांव में भी मतदान सम्पन्न हुआ।

      नक्सल प्रभावित दस विधानसभा क्षेत्रों मोहला-मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंटा में मतदान तीन बजे समाप्त हो गया।इन क्षेत्रों में मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ था।जबकि 10 विधानसभा क्षेत्रों पंडरिया, कवर्धा, खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट में मतदान शाम पांच बजे तक चलेगा।इन सीटों पर मतदान सवेरे आठ बजे शुरू था।

    मतदान के लिए कुल 5304 मतदान केन्द्र बनाए गए थे ,इनमें 102 आदर्श मतदान केन्द्र जबकि 200 सौ संगवारी मतदान केन्द्र थे।इसके साथ ही 20-20 मतदान केन्द्र दिव्यांगों एवं युवा मतदान कर्मियों द्वारा संचालित किया गया। 5304 मतदान केन्द्रों में 2431 मतदान केन्द्रों पर बेव कास्टिंग की व्यवस्था की गई थी।इन 20 विधानसभा क्षेत्रों में दो विधानसभा क्षेत्र राजनांदगांव एवं कवर्धा में प्रत्याशियों की संख्या 16 से अधिक थी इस कारण इस क्षेत्र में प्रत्येक मतदान केन्द्र पर दो –दो ईवीएम मशीने लगाई गई थी।

       प्रथम चरण में मतदान वाले अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र में 13, भानुप्रतापपुर में 14, कांकेर में 9, केशकाल में 10, कोंडागांव में 8, नारायणपुर में 9, बस्तर में 8, जगदलपुर में 11, चित्रकोट में 7, दंतेवाड़ा में 7, बीजापुर में 8 , कोंटा में 8, खैरागढ़ में 11, डोंगरगढ़ में 10, राजनांदगांव में 29, डोंगरगांव में 12, खुज्जी में 10, मोहला-मानपुर में 9, कवर्धा में 16 तथा पंडरिया में 14 कुल 223 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।

   इन 20 सीटों में से 12 बस्तर संभाग की तथा आठ दुर्ग संभाग की हैं। इनमें से 19 पर कांग्रेस का कब्जा हैं। पिछली बार आम चुनावों में कांग्रेस ने 17 सीटे जीती थी जबकि भाजपा ने राजनांदगांव एवं दंतेवाड़ा सीट पर तथा जनता कांग्रेस ने खैरागढ़ सीट पर जीत दर्ज की थी। दंतेवाड़ा विधायक भीमा मंडावी की नक्सली हमले में मौत होने तथा खैरागढ़ विधायक देवब्रत सिंह के आकस्मिक निधन के बाद हुए उप चुनाव में कांग्रेस ने दोनो सीटो पर कब्जा कर लिया था। इस समय इन 20 सीटों में एक मात्र राजनांदगांव सीट से डा.रमन सिंह भाजपा के विधायक हैं।