नई दिल्ली 27 मई।केन्द्रीय मंत्री अरूण जेटली ने आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर विपक्षी पार्टियों के संभावित गठबंधन पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि देश इस तरह की किसी कोशिश को स्वीकार नही करेंगा।
श्री जेटली ने ब्लाग लिखकर मोदी सरकार की चार वर्ष की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि देश कभी भी अराजकता वाली राजनीति को स्वीकार नहीं करेगा जो आगामी लोकसभा चुनावों के लिए भाजपा के खिलाफ एकजुट हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस साल का राजनीतिक एजेंडा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनाम अराजकता गठजोड़ है। 2014 के चुनाव ने एक नए भारत की स्थापना की थी।
उन्होने कहा कि कुछ अलग-थलग समूह हैं जिनके पास सरकार चलाने का बहुत खराब रिकॉर्ड है और कुछ अपरंपरागत नेता हैं। वहीं कुछ ऐसे नेता हैं जिनपर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं। इन राजनीतिक दलों के लिए स्थिर सरकार बनाना कभी एजेंडा नहीं रहा है।उन्होंने कहा कि ऐसी बहुत सी पार्टी हैं जिनका राजनीतिक आधार या तो कुछ राज्यों तक या जाति तक सीमित है। भारत जैसे विशाल देश पर गठबंधन के जरिए शासन किया जा सकता है लेकिन इसका केंद्र स्थिर होना चाहिए।
श्री जेटली ने कहा कि गठबंधन में वैचारिक और ईमानदार गवर्नेंस का नजरिया साफ होना चाहिए। इसी वजह से फेडरल फ्रंट एक असफल विचार है।उन्होने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जिस तरह से वह राजनीतिक फैसले ले रही है उससे साफ है कि लोगों ने उसे दरकिनार कर दिया है।इस तरह की पार्टी अपनी काबिलियत पर कभी सत्ता हासिल नहीं कर पाते हैं और दूसरे दलों के एक छोटे समर्थक बने रहते हैं।