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स्वतंत्रता दिवस पर लहरिया पगड़ी और सफेद कुर्ता-चूड़ीदार में पीएम मोदी का अलग अंदाज

आज का दिन हर भारतीय के लिए बेहद खास है। दरअसल, आज पूरा देश आजादी का जश्न बन रहा है। आज यानी की 15 अगस्त के दिन 1947 में हमारा देश भारत अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुआ था। आजादी की इस जंग में न जाने कितने वीरों ने अपनी जान गंवाईं। कई साल तक चली लड़ाई के बाद 1947 के दिन भारत को आजादी मिली।

1947 के दिन ही भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने लाल किले की प्राचीर पर ध्वजारोहण करके अपना पहला भाषण दिया। उनका ये भाषण काफी ऐतिहासिक था। 1947 के बाद से हर साल 15 अगस्त के दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले के प्राचीर पर ध्वजारोहण करते हैं।

हर साल की भांति इस साल भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर किया हर स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण किया। इस दौरान उनका लुक हर साल से काफी अलग था। इस बार भी उनकी पगड़ी ने लोगों का ध्यान खींचा।

कैसा था लुक
सबसे पहले बात करें पीएम के लुक की तो लाल किले पर ध्वजारोहण के समय उन्होंने सफेद कुर्ता-चूड़ीदार के साथ ब्लू कलर की बंदगला हॉफ जैकेट पहनी थी। सफेद कुर्ता और पायजामी के साथ ये डार्क रंग की जैकेट काफी अच्छी लग रही थी।

पगड़ी ने खींचा ध्यान
हमेशा की तरह उन्होंने अपने साफे से लोगों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षिक किया। उन्होंने सफेद कुर्ता-चूड़ीदार और बंदगला हॉफ जैकेट के साथ राजस्थानी लहरिया पगड़ी पहनी थी। उनकी इस नारंगी रंग की पगड़ी में पीला और हरे रंग का कॉम्बिनेशन देखने को मिला, जो देखने में काफी रॉयल लग रहा था।

इस तकनीक से तैयार होती है ये खास पगड़ी
पीएम ने इस बार जो लहरिया पगड़ी पहनी है, वो राजस्थान की शान है। ये पगड़ी राजस्थान के पश्चिमी इलाकों के रेगिस्तानी रेत पर बहने वाली हवा से बनने वाली लहरों की प्रतीक है। इसे तैयार करने के लिए टाई एंड डाई प्रिंट की तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है।

कहा जाता है राजशाही पगड़ी
इस पगड़ी की सबसे खास बात इसके चटक रंग होते हैं। लहरिया प्रिंट में कपड़े के ऊपर आड़ी-तिरड़ी लाइनें होती हैं, जो लहरों की तरह ही दिखती हैं। कई जगह इसे राजशाही पगड़ी भी कहा जाता है।