रायपुर 22 अगस्त।छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व के आह्वान पर भाजपा की केन्द्र सरकार के द्वारा केन्द्रीय एजेंसियो के दुरूपयोग तथा ईडी की कार्यप्रणाली को लेकर ईडी दफ्तर के सामने घेराव किया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ईडी दफ्तर के सामने घेराव प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा।इस अवसर पर श्री बैज ने कहा कि ईडी ने देश भर में 5422 केस दर्ज किया है। जिसमें 300 केस छोड़ दे तो बाकी सभी केस विपक्ष के नेताओं का केस है। विपक्ष को डराओं, धमकाओ और अपनी पार्टी में शामिल कर लो यह काम केंद्र की भाजपा की सरकार करती है। आज तक इस तरह ईडी और आईटी का दुरुपयोग कभी नहीं हुआ। लेकिन कांग्रेस पार्टी डरने वाली नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. महंत ने कहा कि सेबी के प्रमुख की सेबी अडानी के साथ मिलने का जो समाचार मिला उसके बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा में जेपीसी की मांग की दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा। जेपीसी की जांच नहीं करवाई क्योंकि हिंडनबर्ग ने जो आरोप लगाये थे अडानी के ऊपर, अडानी के भाई के ऊपर और सेबी में जो अध्यक्ष है अडानी के साथ मिले हुये है उन लोगो की मिलीभगत से देश में सबसे बड़े घोटाले का कार्य हुआ है। इसके संदर्भ में राहुल गांधी ने तीन मांगे रखी थी पहला सेबी प्रमुख इस्तीफा दे, दूसरा निवेशकों का पैसा जो गवाया गया है उसकी भरपाई कहां से करेंगे और जेपीसी जांच की मांग राहुल गांधी ने की थी। मोदी ने अडानी को संरक्षण दिया है।
पूर्व मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि अब तो मोदी सरकार नही रही। अब तो एनडीए सरकार है। चार बार यूटर्न मार चुके है। डायरेक्ट भर्ती कर रहे थे, यूपीएससी कोई परीक्षा दिलाये बगैर खाकी वाले को वहां को सीधा पहुंचा देंगे। राहुल गांधी ने विरोध किया और विपक्ष दल के लोगो ने विरोध किया और 24 घंटे में उसको वापस करना पड़ा। यूट्यूब, सोशल मीडिया और मीडिया को कंट्रोल करने के लिये जो कानून ला रहे थे और विरोध को देखते ही उस कानून को वापस लेना पड़ा। चार-चार मामले वापस हो चुके है। एनडीए की सरकार बैसाखियो से टिकी पड़ी है। नीतीश बाबू के डर से निर्णय बदलेंगे, नायडू के डर से निर्णय बदलेंगे, चिराग पासवान के बोलने से बदल दिये। मोदी का छप्पन इंच का सीना नही चल रहा है। ईडी के अधिकारियो से कहना चाहता हूं कि अपना रवैया सुधार ले ये भरोसा नहीं कब साथ छोड़ दे। संविधान के हिसाब से नियम और कानून के हिसाब से चलना चाहिये। समय बदलते देर नहीं है सरकार बदलते ही सुप्रीम कोर्ट के तीन जज के कमेटी बना के ईडी, सीबीआई, डीआरआई जो जांच कर रहे है उनका जांच करवाना है।