बिहार सरकार बिहार में होने वाली परीक्षाओं को कदाचारमुक्त संपन्न कराने के लिए कटिबद्ध है। वहीं विश्वविद्यालय में चल रहे परीक्षा में कदाचार को रोकने पर परीक्षार्थी ने परीक्षक की जमकर पिटाई कर दी।
वीरकुंवर सिंह विश्व विद्यालय अंतर्गत महाराजा कॉलेज में आज शिक्षक और छात्रों के बीच रिश्ते को शर्मसार कर दिया है। परीक्षा में नकल नहीं करने देने पर परीक्षक को छात्राओंने जमकर पीटा, जिससे परीक्षक घायल हो गये। मामला वीरकुंवर सिंह विश्वविद्यालय का है, जहां स्नातकोत्तर (पीजी), सेमेस्टर थर्ड की परीक्षार्थियों ने महाराजा कॉलेज परीक्षा केंद्र पर कदाचार का विरोध करने पर लात घूसों से परीक्षक की जमकर धुनाई कर दी। इससे परीक्षक असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ शुचि स्नेहा घायल हो गई। उन्हें आंख, पीठ, हाथ, गर्दन पर चोट आई है। हालांकि बाद में शिक्षकों के समझाने-बुझाने के बाद छात्राएं परीक्षा देने के लिए वापस अपने कमरे में गई।
नकल करने पर रोकते ही परीक्षार्थी वीक्षक पर टूट पड़े
कॉलेज के परीक्षा नियंत्रक डॉ संजय कुमार ने बताया कि पीजी सेमेस्टर थर्ड, सत्र 2022-24 की परीक्षा सोमवार से शुरू है। परीक्षा पूर्वाह्न 10 बजे से शुरू थी। कक्षा में उपस्थित बतौर परीक्षक डॉ शुचि स्नेहा ने मोबाइल लेकर कदाचार कर रही छात्राओं को रोका तो छात्राओं ने परीक्षक के साथ मारपीट करने लगी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, छात्राओं ने परीक्षक को धक्का देकर जमीन पर गिरा दिया और लात-घूसों से उनकी जमकर पिटाई करने लगी। हल्ला-गुल्ला सुनकर मौके पर पहुंचे शिक्षक और कर्मचारियों ने छात्राओं से उन्हें बचाया। आक्रोशित छात्राएं हंगामा करते हुए कार्यालय में भी पहुंच गई, जहां से समझा-बुझाकर उन्हें वापस भेजा गया।
प्राचार्य के शिकायत पर जांच में जुटी पुलिस
इस संबंध में प्रभारी प्राचार्य प्रो आलोक रंजन ने बताया कि घटना की जानकारी पुलिस को 112 नंबर पर फोन कर की गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस से प्राचार्य ने लिखित शिकायत की है। मारपीट करने वाली छात्रा का मोबाइल भी परीक्षक के पास है, जिसे प्राचार्य ने पुलिस को सुपुर्द कर दिया। पुलिस का कहना है कि प्राचार्य प्रो आलोक रंजन ने घटना की जानकारी दी है, मामले की जांच की जा रही है।