नई दिल्ली 17 अक्टूबर।यौन शोषण के आरोपो से घिरे विदेश राज्यमंत्री एम.जे. अकबर ने आखिरकार आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया।राष्ट्रपति ने उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया है।
श्री अकबर ने ट्विटर पर अपने संदेश में कहा कि चूंकि उन्होंने एक व्यक्ति की हैसियत से अदालत से न्याय के लिए गुहार लगाने का फैसला किया है, इसलिए उनके लिए यही उचित है कि पद से इस्तीफा दे दें और अपने खिलाफ लगाए गए झूठे आरोपों को चुनौती दें।उन्होने मंत्री के रूप में देश-सेवा का मौका दिए जाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और विदेश-मंत्री सुषमा स्वराज के प्रति आभार व्यक्त किया है।
मीटू अभियान के तहत लगभग 20 महिलाओं ने उन पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। जिसके चलते विपक्ष लगातार उनपर दवाब बना रहा था। भाजपा सरकार के साढ़े चार साल के कार्यकाल में पहली बार किसी मंत्री ने इस्तीफा दिया है।अकबर ने आरोप लगाने वाली महिला पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा कर दिया है।इस पर पटियाला हाउस कोर्ट में कल सुनवाई होगी।