दमोह की देहात थाना पुलिस पर एक हार्वेस्टर के दो से ढाई लाख रुपये के पार्ट्स चोरी करने का आरोप लगा है। हार्वेस्टर के पार्ट्स चोरी होने से मालिक तनाव में आ गया और घर लौटते समय सड़क हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गया। फिलहाल, वह एक निजी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती है। इस मामले की जांच सीएसपी को सौंपी गई है।
घटना 9 अक्टूबर की है, जब यातायात पुलिस ने हटा नाका के पास एक हार्वेस्टर को जब्त कर देहात थाना परिसर में रखवा दिया था। गुरुवार को तालगांव निवासी हार्वेस्टर मालिक राजू शर्मा हार्वेस्टर को देखने थाने पहुंचे, जहां उन्हें उसके कई पार्ट्स गायब मिले। जिनकी कीमत दो से ढाई लाख रुपये बताई जा रही है। दिनभर यातायात पुलिस और देहात थाने के चक्कर लगाने के बावजूद किसी ने उनकी बात नहीं सुनी। इसके तनाव में आकर जब वे बाइक से घर लौट रहे थे, तभी उनका एक्सीडेंट हो गया और वे गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है।
हार्वेस्टर मालिक के भतीजे शुभम शर्मा ने बताया कि पथरिया से हार्वेस्टर काम के बाद दमोह लौट रहा था, जब हटा नाका के पास यातायात पुलिस ने उसे जब्त कर लिया। हार्वेस्टर चालक को भी हिरासत में लिया गया, लेकिन रात में उसे छोड़ दिया गया। सुबह हार्वेस्टर के कई पार्ट्स गायब मिले, और उन्हें लगता है कि यह चोरी पुलिस की मिलीभगत से हुई है।
इस मामले में यातायात थाना प्रभारी दलबीर सिंह मार्को ने बताया कि एसपी के निर्देश पर कार्रवाई की जा रही थी, और हार्वेस्टर चालक शराब के नशे में पाया गया था। चालक को बाद में छोड़ दिया गया, लेकिन हार्वेस्टर देहात थाने में ही रखा गया। हार्वेस्टर के पार्ट्स चोरी होने की उन्हें कोई जानकारी नहीं है। देहात थाना प्रभारी आरएस बागरी ने कहा कि हो सकता है कि हार्वेस्टर चालक ने ही कुछ गड़बड़ की हो। एडिशनल एसपी संदीप मिश्रा ने बताया कि मामले की जांच सीएसपी द्वारा कराई जा रही है, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
27 लाख रुपये में खरीदा था हार्वेस्टर
शुभम शर्मा ने बताया कि उनके चाचा ने एक महीने पहले ही नया हार्वेस्टर खरीदा था, जिसकी कुल कीमत 30 लाख रुपये है। 23 लाख रुपये देकर हार्वेस्टर खरीदा गया था, जबकि 7 लाख रुपये अभी बाकी थे। हार्वेस्टर के पार्ट्स चोरी होने के बाद राजू शर्मा तनाव में आ गए, जिसके चलते उनका एक्सीडेंट हो गया