रायपुर 27 अक्टूबर।छत्तीसगढ़ प्रवेश कांग्रेस ने मेडिकल कॉलेजों में एनआरआई कोटे में एडमिशन के मामले में सरकार श्वेत पत्र जारी करने की मांग की है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि पंजाब हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि केवल नजदीक रक्त संबंधी को अप्रवासी कोटे एनआरआई कोटे में मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन दिया सकता है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद यह आवश्यक हो जाता है कि सरकार नई नियमावली का नोटिफिकेशन जारी करे,ताकि योग्य विद्यार्थियों का एडमिशन मेरिट के आधार पर हो सके। मुनाफाखोरी और निजी विद्यालयों के दबाव में राज्य की भाजपा सरकार सर्वोच्च न्यायालय आदेशो की अनदेखी कर रही है।
श्री शुक्ला ने कहा कि अप्रवासी भारतीय छात्रों के कोटे की प्रासंगिकता अब खत्म हो गई है। विदेश में रहने वाले भारतीयों के बच्चों के लिए प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में मेडिकल पढ़ाई की सुविधा के लिए यह कोटा निर्धारित किया गया था कालांतर में यह दूर के रिश्तेदारों और बाद में “स्पॉन्सर्ड“ कोटा शुरू कर दिया गया जिससे न केवल विदेशी छात्रों की पढ़ाई का सार्थक उद्देश्य खत्म हो गया बल्कि पिछले दरवाजे से कम मेरिट वाले छात्रों का मिली भगत से एडमिशन होने लगा।
उन्होने कहा कि हाई कोर्ट बिलासपुर के निर्णय को आधार बना कर फिर से एडमिशन होने लगे हैं कल ही बगैर रजिस्ट्रेशन छात्रा को सीट अलॉटमेंट की बात सामने आई है इससे यह साबित होता है कि मिलीभगत और पिछले दरवाजे से खेल अभी तक जारी है ।कांग्रेस का चिकित्सा प्रकोष्ठ लगातार प्राइवेट मेडिकल कॉलेज की भर्ती प्रक्रिया पर अपनी नजर बनाए हुए हैं समय आने पर और भी अनियमितताओं का खुलासा किया जाएगा।