भारत और चीन के बीच सीमा विवाद पर समझौता हो गया है, जिसके बाद दोनों देशों की सेनाएं पीछे हट रही हैं। इसे लेकर अमेरिका ने कहा है कि वह भारत-चीन सीमा पर तनाव में किसी भी कमी का स्वागत करता है। अमेरिका ने कहा कि भारत ने इस संबंध में उन्हें जानकारी दे दी है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने दैनिक समाचार सम्मेलन के दौरान ये बात कही।
‘भारत ने हमें जानकारी दे दी है’
मैथ्यू मिलर ने कहा कि ‘हम (भारत और चीन के बीच) घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। हम समझते हैं कि दोनों देशों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर टकराव वाले बिंदुओं से सैनिकों को वापस बुलाने के लिए शुरुआती कदम उठाए हैं। हम सीमा पर तनाव में किसी भी कमी का स्वागत करते हैं।’ एक सवाल के जवाब में मिलर ने कहा कि अमेरिका ने इसमें कोई भूमिका नहीं निभाई है। मिलर ने कहा, ‘हमने अपने भारतीय साझेदारों से बात की है और उन्होंने हमें इस बारे में जानकारी दे दी है, लेकिन हमने इस प्रस्ताव में कोई भूमिका नहीं निभाई है।’
चार साल के तनाव के बाद दोनों देशों में हुआ समझौता
गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच साल 2020 से सीमा विवाद चल रहा था। इसे लेकर दोनों देशों के बीच तनाव था और दोनों देशों की सेनाएं सीमा पर आमने-सामने तैनात थीं। हालांकि लंबी सैन्य और राजनयिक स्तर की बातचीत के बाद बीते दिनों दोनों देशों के बीच सीमा विवाद को लेकर समझौता हो गया है, जिसके तहत दोनों देशों की सेनाएं पीछे हट रही हैं। कई विवादित इलाकों जैसे देपसांग और डेमचोक से दोनों सेनाएं पीछे हट चुकी हैं। दोनों देशों के बीच सीमा पर पेट्रोलिंग को लेकर भी बात हुई है और 2020 से पूर्व की स्थिति बहाल करने पर सहमति बनी है।
दोनों देशों के बीच सीमा समझौता ऐसे समय हुआ था, जब बीते दिनों प्रधानमंत्री मोदी रूस में ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे थे। उस दौरान उनकी रूस के कजान शहर में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय मुलाकात भी हुई थी।