रायपुर 13 नवम्बर।छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने डाक मतपत्र की अनुपलब्धता से शासकीय कर्मचारी को मताधिकार से वंचित करने की साजिश का आरोप लगाया है।
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री और संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने आज यहां जारी बयान में कहा कि प्रशिक्षण के दौरान कर्मचारियों से डाक मत पत्र हेतु आवेदन फॉर्म लिए जाते हैं और द्वितीय चरण के प्रशिक्षण के दौरान उन्हें डाक मतपत्र दे दिए जाते हैं। प्रशिक्षण के द्वितीय चरण में जहां-जहां चुनाव होने हैं उन सभी जिलों के एक ही शिकायत सामने निकल कर आ रही है कि कर्मचारियों को द्वितीय प्रशिक्षण के दौरान डाक मतपत्र का वितरण नहीं किया गया।कर्मचारियों के द्वारा मांग किए जाने पर अधिकारियों द्वारा उन्हें बाद में डाक मतपत्र दिए जाने की बात कह कर गुमराह किया जा रहा है।
उन्होने कहा कि जिला मुख्यालय से 80-90 किलोमीटर की दूरी पर कार्यरत कर्मचारी बाद में बुलाए जाने पर डाक मत पत्र लेने हेतु जिला मुख्यालय कैसे आएंगे और क्यों आएंगे? क्योंकि ना तो उन्हें इस हेतु कोई अवकाश दिया जाता है और ना ही किसी प्रकार का कोई मानदेय अब इसमें दो बातें। क्योंकि शिक्षाकर्मी और प्रदेश सरकार के कर्मचारी रमन सिंह सरकार से असंतुष्ट है, नाराज हैं इस सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों के कारण या सरकार जानबूझकर कर्मचारियों को मतदान न करने देने और मतदान करने से हतोत्साहित करने के लिए इस तरीके की साजिश रच रही है।