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युवा आगे आकर मंथन करे कैसे बनेगा नया भारत – मोदी

नई दिल्ली 31 दिसम्बर।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को जातिवाद, संप्रदायवाद, आतंकवाद, भ्रष्टाचार, गंदगी और गरीबी के जहर से मुक्त करने के कार्य में योगदान के लिए युवाओं से आगे आने की अपील की है।

श्री मोदी ने आज आकाशवाणी से मन की बात कार्यक्रम में कहा कि नए भारत में सबके लिए समान अवसर होंगे और सबकी आशा-आकांक्षाएं पूरी होंगी।उन्होने कहा कि..न्यू इंडिया यूथ का मतलब होता है, उमंग, उत्साह और ऊर्जा। नया भारत जो जातिवाद, साम्प्रदायवाद, आतंकवाद और भ्रष्टाचार के जहर से मुक्त हो। गंदगी और गरीबी से मुक्त हो। न्यू इंडिया जहां सभी के लिए समान अवसर हों। जहां सभी की आशा, आकांक्षाएं पूरी हों। नया भारत जहां शांति, एकता और सद्भावना ही हमारा गाइडिंग फोर्स हो। मेरा यह न्यू इंडिया यूथ आगे आए और मंथन करे कि कैसे बनेगा न्यू इंडिया..।

उन्होने कहा कि वर्ष 2018 की पहली तारीख एक विशेष अवसर है, क्योंकि वर्ष 2000 या इसके बाद जन्म लेने वाले लोग इस वर्ष मतदान के लिए पात्र बनने शुरू हो जाएंगे, यानी वे नए भारत के मतदाता होंगे।..भारतीय लोकतंत्र, 21वीं सदी के वोटर्स का, न्यू इंडिया वोटर्स का स्वागत करता है मैं, हमारे इन युवाओं को बधाई देता हूं और सभी से आग्रह करता हूं कि आप स्वयं को वोटर के रूप में रजिस्टर करें।

प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त के आसपास दिल्ली में एक मॉक पार्लियामेंट के आयोजन का प्रस्ताव किया, जिसमें प्रत्येक जिले से चुना गया एक युवा शामिल हो। उन्होंने कहा कि युवाओं को सारे अवसरों और योजनाओं की जानकारी एक ही स्थान पर उपलब्ध होनी चाहिए।क्या हम भारत के हर जिले में एक मॉक पार्लियामेंट आयोजित कर सकते हैं। जहां ये18 से 25 वर्ष के युवा मिल बैठ करके न्यू इंडिया पर मंथन करें। रास्ते खोजें, योजनाएं बनाएं।

श्री मोदी ने स्वच्छता के बारे में अपने विचार रखते हुए कहा कि स्वच्छ भारत के निर्माण के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्वप्न को साकार करने के लिए लोगों को अपनी भूमिका अदा करनी चाहिए। श्री मोदी ने कहा कि अगले वर्ष 4 जनवरी से 10 मार्च तक स्वच्छता सर्वेक्षण किया जाएगा,ताकि शहरी इलाकों में सफाई की स्थिति का मूल्यांकन किया जा सके। इस सर्वेक्षण में चार हजार से ज्यादा शहरों के चालीस करोड़ से ज्यादा लोगों को शामिल किया जाएगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अब मुस्लिम महिलाएं मेहरम या किसी पुरुष अभिभावक के बिना भी हज के लिए जा सकेंगी।उन्होंने कहा कि इससे पहले मुस्लिम महिलाओं को हज के लिए किसी पुरुष अभिभावक के साथ ही जाना पड़ता था। अब अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने 70 वर्षों से चली आ रही इस परंपरा को समाप्त कर यह पाबंदी हटा ली है।इस बार लगभग 13 सौ मुसलिम महिलाएं मेहरम के बिना हज जाने के लिए अप्लाई कर चुकी हैं। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय को मैंने सुझाव दिया है कि वे यह सुनिश्चित करें कि ऐसी सभी महिलाओं को हज जाने की अनुमति मिले जो अकेले अप्लाई कर रही हैं। आमतौर पर हजयात्रियों के लिए लॉटरी सिस्टम है लेकिन मैं चाहूंगा कि अकेली महिलाओं को इस लॉटरी सिस्टम से बाहर रखा जाए।

श्री मोदी ने 26 जनवरी का जिक्र करते हुए कहा कि गणतंत्र दिवस हम सबके लिए एक ऐतिहासिक अवसर होता है, लेकिन इस बार यह दिवस भारत में मुख्य अतिथि के रूप में आ रहे आसियान देशों के नेताओं के साथ मनाया जाएगा। श्री मोदी ने कहा कि 26 जनवरी के मौके पर दुनिया के 10 देशों के महान नेताओं का एक साथ आगमन सभी भारतीयों के लिए गर्व का विषय है।प्रधानमंत्री ने देशवासियों को नववर्ष की शुभकामनाएं भी दी।