प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार को गौरव मेहता के छत्तीसगढ़ ठिकानों पर छापेमारी की, जो कथित तौर पर चुनावी राज्य महाराष्ट्र में बिटकॉइन लेनदेन मामले से जुड़े हैं। यह छापेमारी मनी लॉन्ड्रिंग की चल रही जांच के तहत की जा रही है।
छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की है। महाराष्ट्र बिटकॉइन मामले से जुड़े होने के बाद ईडी ने गौरव मेहता के ठिकानों पर छापेमारी की। सूत्रों के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार को गौरव मेहता के छत्तीसगढ़ ठिकानों पर छापेमारी की, जो कथित तौर पर चुनावी राज्य महाराष्ट्र में बिटकॉइन लेनदेन मामले से जुड़े हैं। यह छापेमारी मनी लॉन्ड्रिंग की चल रही जांच के तहत की जा रही है।
सूत्रों ने बताया कि छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मेहता के ठिकानों पर मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जा रही है। भाजपा ने एनसीपी नेता और बारामती से सांसद सुप्रिया सुले और कांग्रेस नेता नाना पटोले पर मौजूदा चुनावों में अवैध रूप से बिटकॉइन का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है, क्योंकि उसके नेताओं ने कथित तौर पर एक रिकॉर्डिंग चलाई है, जिसमें दावा किया गया है कि यह सुले की आवाज है। मेहता कथित तौर पर इन लेनदेन से जुड़े हैं। सांसद सुले ने आरोपों से इनकार किया है।
सूत्रों के अनुसार, ईडी मेहता और कुछ अन्य लोगों की भूमिका की जांच कर रही है, जिन पर आरोप है कि उन्होंने भोले-भाले लोगों से बिटकॉइन के रूप में बड़ी रकम (2017 में छह हजार 600 करोड़ रुपये) इकट्ठा की और बिटकॉइन के रूप में 10 प्रतिशत प्रति माह रिटर्न का झूठा वादा किया। यह मामला महाराष्ट्र और दिल्ली में दर्ज पुलिस एफआईआर से जुड़ा है।