महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में भाजपा ने सबसे अधिक 26.77 प्रतिशत वोट हासिल किया है। उसने 149 सीटों पर चुनाव लड़कर 132 सीटें जीती हैं। कुल 17,293,650 वोट हासिल किए। विधानसभा चुनावों में भाजपा का 132 सीटें जीतना 100 सीटों का आंकड़ा पार करने की हैट्रिक है।
पार्टी ने 2014 के विधानसभा चुनावों में 122 सीटें और 2019 के चुनावों में 105 सीटें जीती थीं।
महाराष्ट्र विधानसभा में 101 सीटों पर लड़ी कांग्रेस ने केवल 16 सीटें जीतीं और 12.42 वोट प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर रही। पार्टी को 8,020,921 वोट मिले। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 81 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें से 57 सीटों पर जीत दर्ज की और 12.38 प्रतिशत वोट हासिल किए।
अजित से ज्यादा वोट लाई शरद पवार की पार्टी
खास बात यह है कि कम सीटें हासिल करने वाली शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा (शरदचंद्र पवार) को अजित पवार नीत राकांपा से अधिक वोट मिले। राकांपा (शरदचंद्र पवार) ने 86 सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन 11.28 प्रतिशत वोट के साथ केवल 10 सीटें ही जीत पाई।
उद्धव के अजित की पार्टी से ज्यादा वोट, लेकिन सीटें कम
इसके उलट, अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा ने 59 सीटों पर चुनाव लड़कर 41 सीटें जीतीं। उसने 9.01 प्रतिशत वोट हासिल किये। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 20 सीटें जीतीं और पार्टी को 9.96 प्रतिशत वोट मिले। चुनाव आयोग के अधिकारियों के अनुसार, 20 नवंबर को हुए राज्य विधानसभा चुनावों में 66.05 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जो 2019 में 61.1 प्रतिशत था।
महाराष्ट्र में 19 निर्वाचन क्षेत्रों में निर्दलीय दूसरे स्थान पर रहे
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ महायुति और विपक्षी महाविकास आघाड़ी के बीच था, लेकिन निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी काफी मजबूती से चुनाव लड़ा। निर्दलीय उम्मीदवारों ने 19 निर्वाचन क्षेत्रों में दूसरे स्थान पर रहकर अपनी ताकत दिखाई।