वैदिक पंचांग के अनुसार, साल के पहले शुक्रवार पर विनायक चतुर्थी मनाई जाएगी। यह पर्व भगवान गणेश को समर्पित होता है। इस दिन रिद्धि-सिद्धि के दाता भगवान गणेश की पूजा की जाती है। साथ ही चतुर्थी का व्रत रखा जाता है। वहीं, शुक्रवार के दिन धन की देवी मां लक्ष्मी की भी पूजा की जाती है। मां लक्ष्मी की पूजा करने से आर्थिक तंगी से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा, जीवन में व्याप्त दुखों से भी छुटकारा मिलता है। अगर आप भी लक्ष्मी गणेश जी की कृपा के भागी बनना चाहते हैं, तो शुक्रवार के दिन पूजा के समय ये उपाय जरूर करें।
शुक्रवार के उपाय
अगर आप सुखों में वृद्धि पाना चाहते हैं, तो शुक्रवार के दिन धूप, अगरबत्ती, सुगंध, शहद, चावल, आटा, सफेद रंग के वस्त्र आदि चीजों का दान करें। इन चीजों के दान करने से कुंडली में शुक्र मजबूत होता है। शुक्र के मजबूत होने से सुखों में वृद्धि होती है।
सनातन धर्म में वर्णित है कि पीपल के पेड़ में लक्ष्मी नारायण जी का वास होता है। अतः मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए शुक्रवार के दिन पीपल वृक्ष की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय पीपल पेड़ की परिक्रमा करें। इस समय ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नम: मंत्र का पाठ करें।
अगर आप व्यापार में तरक्की करना चाहते हैं, तो विनायक चतुर्थी तिथि पर विधिवत लक्ष्मी गणेश जी की पूजा करें। इस समय भगवान गणेश को दूर्वा और मोदक अवश्य अर्पित करें। आप विषम संख्या में दूर्वा अर्पित करें। वहीं, मां लक्ष्मी को हल्दी, कुमकुम और चावल की खीर अर्पित करें।
धन की देवी मां लक्ष्मी को श्रीफल और कौड़ी प्रिय है। इसके लिए पूजा के समय धन की देवी मां लक्ष्मी को नारियल और सफेद कौड़ी अवश्य ही अर्पित करें।
वास्तु दोष से निजात पाना चाहते हैं, तो शुक्रवार के दिन पूजा के समय घर पर महालक्ष्मी यंत्र स्थापित करें। इस उपाय को करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
विवाहित महिलाएं सुख और सौभाग्य में वृद्धि पाने के लिए शुक्रवार के दिन वैभव लक्ष्मी व्रत अवश्य रखें। वहीं, पूजा के समय मां लक्ष्मी को सिंदूर अवश्य ही अर्पित करें। इस उपाय को करने से मां लक्ष्मी शीघ्र प्रसन्न होती हैं।