नई दिल्ली 12 जनवरी।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विपक्षी दलों के प्रस्तावित महागठबंधन को विफल प्रयोग बताते हुए आरोप लगाया कि गठबंधन में शामिल दल भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाली कमजोर सरकार बनाने के इरादे से एकजुट हो रहे हैं।
श्री मोदी ने आज यहां रामलीला मैदान में पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन के समापन-सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि इन दिनों भारतीय राजनीतिक इतिहास के एक असफल प्रयोग को महागठबंधन के नाम से प्रचारित करने का अभियान चल रहा है।जब कांग्रेस इतनी गर्त में भी नहीं थी तब उन्होंने कांग्रेस को छोड़ा और कांग्रेस के सामने खड़े हुए थे अब आज जब कांग्रेस रसातल में है, भ्रष्टाचार में डूबी हुई है, उसके बड़े-बड़े नेता जमानत पर हैं, तो ये कांग्रेस विरोध में जन्मे हुए दल कांग्रेस के सामने जाकर सरेंडर कर रहे हैं।
उन्होने कहा कि यह जनता को तय करना है कि वह मजबूत सरकार चाहती है या गठबंधन वाली कमजोर सरकार।ये सारे मिलकर अब देश में एक मजबूर सरकार बनाने में जुट गए हैं वो नहीं चाहते कि देश में मजबूत सरकार बने और उनकी दुकान फिर बंद हो जाए।वो मजबूर सरकार चाहते हैं। ताकि भ्रष्टाचार कर सकें।इस देश का नागरिक मजबूत सरकार चाहता है ताकि व्यवस्था में भ्रष्टाचार को खत्म कर सके।
श्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस उच्चतम न्यायालय में अपने वकीलों के माध्यम से अयोध्या मामले में अड़ंगा डालने की कोशिश कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि विपक्षी दल झूठे आरोप लगाकर प्रधान न्यायाधीश पर महाभियोग चलाना चाहते थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के युवाओं के लिए शिक्षा और सरकारी नौकरियों में दस प्रतिशत आरक्षण से नये भारतका आत्मविश्वास बढ़ेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों ने किसानों को केवल एक वोटबैंक के रूप में देखा लेकिन मौजूदा सरकार किसानों की चुनौतियों का समाधान करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने के लिए दिन-रात काम कर रही है।हमारी सरकार ने शॉर्टकट के बजाया लम्बा और कठिन रास्ता चुना है। किसानों की मूल समस्याओं को सुलझाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं और ये प्रक्रिया निरन्तर जारी है।
श्री मोदी ने कहा कि सबका साथ सबका विकास और एक भारत श्रेष्ठ भारत उनकी सरकार का ध्येय है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि जीत के लिए मेरा बूथ सबसे मजबूत का मंत्र अपनाना होगा।