Wednesday , March 26 2025
Home / खेल जगत / एमएस धोनी के साथ बैटिंग करते समय क्‍या महसूस हुआ? Rachin Ravindra ने जो कहा, वो जीत रहा लोगों का दिल

एमएस धोनी के साथ बैटिंग करते समय क्‍या महसूस हुआ? Rachin Ravindra ने जो कहा, वो जीत रहा लोगों का दिल

चेन्‍नई सुपरकिंग्‍स के युवा ऑलराउंडर रचिन रवींद्र ने 43 साल के एमएस धोनी के साथ बल्‍लेबाजी के अपने अनुभव को साझा किया है। बता दें कि चेन्‍नई सुपरकिंग्‍स और मुंबई इंडियंस के बीच रविवार को आईपीएल 2025 का तीसरा मैच चेन्‍नई के एमए चिदंबरम स्‍टेडियम में खेला गया।

सीएसके ने यह मुकाबला 4 विकेट से अपने नाम किया। इस मैच में अनुभवी एमएस धोनी रवींद्र जडेजा के रन आउट होने के बाद 19वें ओवर में बल्‍लेबाजी करने आए। धोनी ने केवल दो गेंदों का सामना किया और फिर रवींद्र ने सैंटनर की गेंद पर शॉट जमाकर सीएसके की जीत पर मुहर लगाई। रवींद्र ने बताया कि जब एमएस धोनी क्रीज पर आए तो दर्शकों का रिएक्‍शन कैसा था।

रचिन रवींद्र ने क्‍या कहा
पूरी तरह दर्शकों पर ध्‍यान देना मुश्किल होता है क्‍योंकि उस पल आपका पूरा ध्‍यान केवल टीम के लिए मैच जीतने पर होता है। मगर जब धोनी के लिए दर्शकों का प्‍यार देखा तो इस उत्‍साह को नजरअंदाज करना मुश्किल था। दर्शकों ने सिटी बजाई और खूब हल्‍ला किया। धोनी के नाम के जयकारे लगे। पहली बार उनके साथ क्रीज पर समय साथ बिताना शानदार अनुभव रहा।

एमएस धोनी खेल के लीजेंड हैं और यहां लोगों का प्‍यार उन्‍हें हासिल है। यह वाकई विशेष है। मुझे भरोसा है कि दर्शकों ने उम्‍मीद जताई होगी कि मैं धोनी को मैच जिताने का मौका दूं। मगर हमारे लिए जरूरी था कि टीम के लिए काम पूरा हो। एमएस धोनी ने सीएसके के लिए कई मैच खत्‍म किए हैं और मुझे भरोसा है कि आगे भी ऐसे कई मौके आएंगे।

रुतुराज ने काम आसान किया
रचिन रवींद्र ने सीएसके के कप्‍तान रुतुराज गायकवाड़ की भी जमकर तारीफ की। रवींद्र ने कहा कि गायकवाड़ ने तीसरे नंबर पर आकर 26 गेंदों में 53 रन की महत्‍वपूर्ण पारी खेली, जिसके चलते सीएसके के लिए मंच तैयार हुआ और फिर रवींद्र ने 45 गेंदों में नाबाद 65 रन की पारी खेलकर टीम को जीत दिलाई।

रचिन रवींद्र ने कहा, ‘रुतुराज शानदार खिलाड़ी हैं। उन्‍होंने अपना कौशल दिखाया और बेहतरीन शॉट्स खेले। काफी प्रभावी बल्‍लेबाजी की। विकेट थोड़ा ट्रिकी था, लेकिन अच्‍छी पिच थी। खैर, ओस के कारण गेंद ज्‍यादा फिसल नहीं रही थी। फिर भी रुतु ने जिस तरह खेला, उसने मेरे लिए काम आसान बना दिया।’