केंद्र सरकार प्रोफेशनल इंजीनियर बिल-2025 लाने की तैयारी कर रही है, जिसका मकसद दुनियाभर में भारतीय इंजीनियरों को पेशेवर दर्जा दिलवाना है। इसके लिए भारतीय पेशेवर इंजीनियर्स परिषद (आईपीईसी) का गठन भी होगा।
सीए, सीएस, डॉक्टरों, वकीलों की तर्ज पर पहली बार इंजीनियरों का भी अब प्रोफेशनल पंजीकरण होगा। केंद्र सरकार प्रोफेशनल इंजीनियर बिल-2025 लाने की तैयारी कर रही है, जिसका मकसद दुनियाभर में भारतीय इंजीनियरों को पेशेवर दर्जा दिलवाना है। इसके लिए भारतीय पेशेवर इंजीनियर्स परिषद (आईपीईसी) का गठन भी होगा।
आईआईटी, एनआईटी, आईआईआईटी से अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) से पासआउट नए-पुराने इंजीनियरों का पंजीकरण जरूरी होगा। उन्हें बार काउंसिल ऑफ इंडिया की तर्ज पर परीक्षा भी पास करनी होगी।
प्रोफेशनल इंजीनियर बिल-2025 के लिए पहला ड्राफ्ट तैयार है। भारतीय इंजीनियरों की दुनियाभर में मांग रहती है। पर, विदेश में कई बार आईआईटी पासआउट इंजीनियराें के पेशेवर होने पर सवाल उठते रहे हैं।
उनकी डिग्री व योग्यता कायम रखने के लिए भारत सरकार को दखल भी देना पड़ा है। पर, इस कानून के बाद सभी इंजीनियर इसमें पंजीकृत होंगे। पेशेवर भारतीय इंजीनियर होने का लाइसेंस विश्वभर में मान्य होगा।
आईपीईसी में 27 सदस्य होंगे : भारतीय पेशेवर इंजीनियर्स परिषद में 27 सदस्य होंगे। केंद्र के 16 नामांकित सदस्य व 11 शिक्षण संस्थानों से रहेंगे। तीन प्रतिनिधि राज्य सरकार, सीआईआई, फिक्की, एसोचैम, शिक्षा मंत्रालय से होंगे। 32 इंजीनियरिंग एसोसिएशन से एक-एक सदस्य शामिल होगा।
CG News | Chhattisgarh News Hindi News Updates from Chattisgarh for India