नई दिल्ली 21 फरवरी।भारत सरकार ने पाकिस्तान को दिए जा रहे अपने हिस्से के नदी जल को रोकने का फैसला किया है।
जल संसाधन मंत्री नितिन गड़करी ने कई ट्वीट संदेशों में कहा कि भारत पूर्वी नदियों के पानी के बहाव को मोड़कर जम्मू-कश्मीर और पंजाब में आपूर्ति करेगा।उन्होने कहा कि..पाकिस्तान और भारत होने के बाद जो हमारी तीन नदियां पाकिस्तान को मिली थीं, तीन भारत को मिली थीं। हमारे तीन नदियों के अधिकार का पानी पाकिस्तान में जा रहा था। अब हम उसमें भी तीन प्रोजेक्टों के लिए पानी भी वापिस यमुना में ला रहे हैं। तो आप समझ लीजिए कि यमुना में पानी ही पानी होगा..।
सिंधू जल संधि के अनुसार कुछ नियमों के आधार पर भारत को पूर्वी नदियों ब्यास, रावी और सतलुज के पानी को इस्तेमाल करने का अधिकार है, जबकि पाकिस्तान के पास पश्चिमी नदियों- सिंधू, झेलम और चेनाब के पानी पर नियंत्रण का अधिकार है।
श्री गडकरी ने कहा कि रावी नदी पर शाहपुर-कांडी पर बांध निर्माण का कार्य शुरू हो गया है। श्री गड़करी ने कहा कि उस परियोजना से जम्मू और कश्मीर में इस्तेमाल के लिए भारत के हिस्से का पानी एकत्रित किया जाएगा और बाकी पानी अन्य राज्यों के लिए उपलब्ध कराने के वास्ते रावी-ब्यास द्वितीय लिंक से छोड़ा जाएगा।