जेपी पावर एक बार फिर से सुर्खियों में है। आज जेपी पावर के शेयर में करीब 5 फीसदी उछाल दिखा है। इतना ही नहीं, आज बीएसई पर इसने 24.86 रुपये का नया 52-सप्ताह का हाई लेवल भी छू लिया है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर यह आइये जानें कि वास्तव में क्या हो रहा है। तो फिर इस रैली को बढ़ावा किससे मिल रहा है?
किस वजह से भागे जेपी पावर के शेयर
जेपी पावर शेयरों को इनसॉल्वेंसी रेजॉलूशन प्रोसेस (दिवालिया समाधान प्रक्रिया) के तहत जयप्रकाश एसोसिएट्स (जेपी एसोसिएट्स) को खरीदने के लिए अदाणी ग्रुप सबसे बड़ी बोली लगाने वाले ग्रुप के रूप में उभरा है। ऐसी रिपोर्ट्स से तगड़ा फायदा मिल रहा है।
अदाणी अधिग्रहण की चर्चा
अदाणी समूह की जेपी पावर पर नजर होने की खबरें सामने आईं हैं। हालाँकि अभी तक कुछ भी पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन बाजार ने आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति का इंतजार नहीं किया।
जेपी पावर के शानदार रहे नतीजे
वित्त वर्ष 2025 में जेपी पावर ने 814 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया। आरओई और आरओसीई अब लगभग 10 प्रतिशत हैं। यह चौंका देने वाला तो नहीं, लेकिन पिछले वर्षों की तुलना में एक मजबूत सुधार हुआ है। शेयर अभी भी 1.86 के P/B पर कारोबार कर रहा है, जो इसके व्यवसाय को देखते हुए अपेक्षाकृत उचित है।
जेपी पावर कंपनी के बारे में
जयप्रकाश पावर वेंचर्स (JP Power), जेपी समूह का वेंचर है। यह थर्मल और हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्लांट का संचालन करता है। यह उत्तराखंड में 400 मेगावाट क्षमता का विष्णुप्रयाग जलविद्युत संयंत्र और मध्य प्रदेश में बीना (500 मेगावाट) और निग्री (1,320 मेगावाट) थर्मल यूनिट का संचालन करता है। यह कोयला खनन के साथ-साथ सीमेंट पीसने की क्षमता भी रखता है।
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