नई दिल्ली 02 जून।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों का जीवन बचाने और देश की अर्थव्यवस्था में स्थिरता लाने के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई है।
श्री मोदी ने आज भारतीय उद्योग परिसंघ के 125वें स्थापना दिवस समारोह को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सम्बोधित करते हुए कहा कि ..आज भी हमें जहां एक तरफ इस वायरस से लड़ने के लिए सख्त कदम उठाने हैं वहीं दूसरी तरफ इकॉनोमी का भी ध्यान रखना है।हमें एक तरफ देशवासियों का जीवन भी बचाना है तो दूसरी तरफ देशकी अर्थव्यवस्था को भी स्टेबलाइज करना है, स्पीडअप करना है..।
श्री मोदी ने कहा कि भारत अनलॉक होने के पहले चरण में प्रवेश कर चुका है और आर्थिक गतिविधियों के बहुत बड़े हिस्सेको खोल दिया गया है।उन्होने इस बात पर जोर दिया कि अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 74 करोड़ लाभार्थियों को अनाज उपलब्ध कराया गया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने आयकर के संबंध में कई सुधार किये हैं। कोयला ब्लॉक संबंधी वाणिज्यिक गतिविधियों में भी नीतिगत सुधार हुए हैं। इसके अलावा खनन, अंतरिक्ष और परमाणु अनुसंधान जैसे क्षेत्रों में जो परिवर्तन किये जा रहे हैं उनकी बड़े लम्बे समय से प्रतीक्षा थी।उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों के अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए जो भी उपाय किये हैं उनकी कई दशकों से प्रतीक्षा थी।
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों का जिक्र करते हुए श्री मोदी ने कहा कि इस तरह की इकाइयां देश के सकल घरेलू उत्पाद में 30 प्रतिशत का योगदान करती हैं और इनका देश कीआर्थिक स्थिति पर जबर्दस्त असर पड़ता है।उन्होंने कहा कि औद्योगिक इकाइयां बिना किसी बाधा के विकास करती रहें,इसके लिए सरकार ने इन इकाइयों की परिभाषा में चिर-प्रतीक्षित बदलाव किये हैं।