
सुलतानपुर 12 जुलाई। उत्तर रेलवे के सुलतानपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर तीन पर लगी लिफ्ट में फंसे दो युवकों की जान पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं सुलतानपुर की सांसद रह चुकी मेनका गांधी की मदद से बच गई।
मिली जानकारी के अनुसार सुलतानपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर तीन पर लगी लिफ्ट में बीती रात दो युवक लगभग ढाई घंटे तक फंसे रहे।उन्होने लिफ्ट में फंसे होने की जानकारी दिल्ली में सेना में कार्यरत अपने पिता प्रदीप त्रिपाठी को दी।बेटे से जानकारी मिलने पर श्री त्रिपाठी ने पूर्व सांसद मेनका गांधी के निजी सचिव कैलाश सिंह से बात कर मदद की गुहार की।
श्रीमती गांधी ने इसके बाद सुलतानपुर के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से फोन पर बात की।इसके बाद रेलवे अमला हरकत में आया।रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुंचे और दोनों को लिफ्ट का लाक तोड़कर बाहर निकाला गया।परिवार ने समय पर मदद के लिए श्रीमती गांधी के प्रति आभार जताया।
दरअसल स्टेशन पर लगी लिफ्ट आए दिन खराब रहती है,और कई बार लोगो के फंसने की घटनाएं हो चुकी है।लिफ्ट के अंदर वैसे तो आपातकालीन परिस्थिति में फंसने पर मोबाइल नम्बर का उल्लेख है लेकिन जरूरत पर उसके उठने की कोई गारंटी नही है।