रायपुर 05 मार्च।छत्तीसगढ़ के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टी.एस.सिंहदेव ने विभागीय अधिकारियों को मनरेगा में स्थायी रूप से आमदनी बढ़ाने वाले कार्यों को प्राथमिकता देने के निर्देश दिया है।
श्री सिंहदेव ने आज वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए प्रदेश में मनरेगा के अंतर्गत संचालित कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने मनरेगा में लोगों की स्थायी रूप से आमदनी बढ़ाने वाले कार्यों को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नरवा, गरूवा, घुरवा और बाड़ी संवर्धन ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती और स्थानीय लोगों को स्थायी रोजगार उपलब्ध कराने शासन की महत्वाकांक्षी योजना है। उन्होंने मनरेगा के तहत ग्राम पंचायतों में शुरू किए गए गौठान एवं चारागाह विकास के कार्यों में तेजी लाने कहा।
उन्होने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रदेश के हर पंचायत में मनरेगा कार्य शुरू होना चाहिए। प्रदेश में एक भी पंचायत ऐसा नहीं होना चाहिए जो इस योजना के लाभ से वंचित रहे। उन्होंने निर्देश दिए कि मनरेगा के तहत ऐसे कार्यों का चुनाव करें जिससे परिसंपत्ति निर्माण के साथ ही अधिक से अधिक लोगों को रोजगार मिलें। उन्होंने बताया कि आगामी वित्तीय वर्ष के लिए छत्तीसगढ़ में 13 करोड़ रोजगार दिवस की स्वीकृति भारत सरकार से मिली है।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में बताया कि प्रदेश के 15 प्रतिशत चयनित पंचायतों में गौठान और चारागाह विकास की दिशा में काम शुरू कर दिया गया है। इसके लिए चयनित एक हजार 646 पंचायतों में से 440 पंचायतों में कार्य स्वीकृत कर 130 पंचायतों में काम शुरू भी कर दिया गया है। इन कार्यों के लिए मनरेगा मद से 45 करोड़ 79 लाख रूपए और अन्य मदों से एक करोड़ 83 लाख रूपए की राशि मंजूर की गई है।