उत्तरकाशी जिले के धराली व सैंजी गांव में आई आपदा के साथ जगह-जगह हो रहे भूस्खलन से चारधाम यात्रा की रफ्तार थम गई है। गंगोत्री धाम में बीते तीन दिनों से तीर्थ यात्रियों की आवाजाही पूरी तरह से बंद है। बदरीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री धाम में दर्शन करने वालों की संख्या प्रतिदिन एक हजार तक पहुंच गई।
प्रदेश में लगातार बारिश और आपदा की घटनाओं से चारधाम यात्रा में असर पड़ा है। केदारनाथ, बदरीनाथ मार्ग पर कई स्थानों पर भूस्खलन का खतरा बना है। पांच अगस्त को धराली गांव में आई आपदा से गंगोत्री धाम का संपर्क कट गया है। गंगोत्री धाम में फंसे चार सौ से अधिक तीर्थ यात्रियों निकाला जा चुका है। जबकि गंगोत्री जाने के लिए और कोई रास्ता नहीं है। वहीं, मौसम के पूर्वानुमान को देखते हुए प्रशासन के शुक्रवार तक केदारनाथ यात्रा पर रोक रखी थी। मौसम के अनुसार ही प्रशासन यात्रा संचालित करने का निर्णय लेगा।
पर्यटन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार गंगोत्री धाम की यात्रा बंद है। अन्य धामों में दर्शन करने वालों की संख्या में कमी आई है। एक अगस्त को जहां चारधाम में दर्शन करने वालों की संख्या में सात से आठ हजार प्रतिदिन थी। वहीं, अब प्रतिदिन एक हजार तीर्थयात्री दर्शन कर रहे हैं। मौसम साफ होने के बाद चारधाम यात्रा फिर से रफ्तार मिलेगी।