
रायपुर, 15 अगस्त।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने स्वतंत्रता दिवस के 79वें वर्ष पर राजधानी के पुलिस परेड ग्राउंड में आयोजित भव्य समारोह में ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली। इस अवसर पर उन्होंने रायपुर में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू करने समेत अनेक महत्त्वपूर्ण घोषणाएं करते हुए प्रदेश को “विकसित छत्तीसगढ़” की दिशा में आगे बढ़ाने का रोडमैप प्रस्तुत किया।
श्री साय ने रायपुर में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू करने की घोषणा की, जिससे शहरी सुरक्षा व्यवस्था अधिक प्रभावी और तकनीकी रूप से उन्नत होगी। यह प्रणाली राजधानी में कानून व्यवस्था को सशक्त बनाने में मील का पत्थर साबित होगी।राज्य स्थापना के 25 गौरवशाली वर्षों की यात्रा को चिह्नित करते हुए श्री साय ने “छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव” की शुरुआत की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह महोत्सव राज्य की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं का उत्सव होगा।
उन्होने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “वोकल फॉर लोकल” अभियान को आगे बढ़ाने का संकल्प जताया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ स्थानीय उत्पादों, एमएसएमई, और खादी को बढ़ावा देकर आत्मनिर्भर भारत का सशक्त भागीदार बनेगा।श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार प्राकृतिक खेती, मोटे अनाजों (श्रीअन्न), दलहन-तिलहन को बढ़ावा देकर किसानों की आय बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है। कृषक उन्नति योजना के तहत वैकल्पिक फसलों पर किसानों को प्रति एकड़ 10 से 11 हजार रुपये की सहायता दी जा रही है।
श्री साय ने बताया कि मार्च 2026 तक भारत को माओवाद से मुक्त करने का संकल्प तेजी से आगे बढ़ रहा है।पिछले 20 महीनों में हमारे जवानों ने 450 माओवादियों को न्यूट्रलाइज और 1578 को गिरफ्तार किया है। हमारे जवानों ने माओवादियों के शीर्ष नेताओं बसवराजू और सुधाकर को न्यूट्रलाइज करने में सफलता पायी। राज्य सरकार की आकर्षक आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर 1589 माओवादी हथियार छोड़ चुके हैं। इनके पुनर्वास, कौशल विकास और रोजगार की व्यवस्था की गई है।
उन्होने कहा कि राज्य की 70 लाख महिलाओं को हर माह 1,000 रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही है। इस योजना के तहत अब तक 11,728 करोड़ रुपये वितरित किए जा चुके हैं।बस्तर संभाग के सभी विकासखंडों में कौशल विकास केंद्र स्थापित किए गए हैं। सरकार की नई स्टार्टअप नीति के तहत 150 स्टार्टअप्स की स्थापना का लक्ष्य रखा गया है।
श्री साय ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) की तर्ज पर “राज्य राजधानी क्षेत्र” के नियोजित विकास के लिए विशेष प्राधिकरण गठित किया गया है, जो योजनाबद्ध तरीके से रायपुर महानगर क्षेत्र का विकास सुनिश्चित करेगा।इसके साथ ही राज्य की ऐतिहासिक बोधघाट परियोजना को पुनर्जीवित किया गया है। यह परियोजना 50,000 करोड़ रुपये की लागत से 200 मेगावाट बिजली और 7 लाख हेक्टेयर सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराएगी।
श्री साय की कुछ घोषणाएं-
सुरक्षा, स्वास्थ्य और शिक्षा में क्रांतिकारी पहल
- नवा रायपुर में मेडिसिटी का निर्माण जारी है।
- नवा रायपुर में एजुकेशन सिटी और फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी की स्थापना।
- शासकीय स्कूलों में राष्ट्रीय औसत से बेहतर शिक्षक-छात्र अनुपात।
- रायपुर में जल्द ही नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (NIFT) का कैंपस खुलेगा।
वृक्षारोपण, पर्यावरण संरक्षण और संस्कृति को बढ़ावा
- राज्य में 683 वर्ग किमी वृक्ष आवरण की वृद्धि, जो देश में सर्वाधिक है।
- “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत साढ़े तीन करोड़ पौधे लगाए गए।
- जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों के लिए समर्पित स्मारक निर्माणाधीन।
- कलाकारों और साहित्यकारों को 5,000 रु मासिक पेंशन।
स्वच्छता, नगरीय विकास और स्मार्ट शासन
- मुख्यमंत्री नगरोत्थान योजना के तहत 157 करोड़ रुपये के शहरी विकास कार्य।
- सभी सरकारी कार्यालयों में ई-ऑफिस प्रणाली लागू।
- भ्रष्टाचार के विरुद्ध सख्त कार्रवाई, ईओडब्ल्यू द्वारा जांच।
2047 तक विकसित भारत-विकसित छत्तीसगढ़ का लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ ने “छत्तीसगढ़ अंजोर विजन” नाम से 2047 तक का रोडमैप तैयार किया है। यह दस्तावेज सामाजिक-आर्थिक विकास के 13 थीम और 10 प्रमुख मिशनों पर केंद्रित है।